आरयू वेब टीम।
जम्मू में आए दिन होने वाली हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। आतंकवादियों द्वारा बैंकों को लूटे जाने की घटनाओं पर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा की मासूम लोगों का खून बहाकर सार्वजनिक धन की लूट के खतरनाक चलन को रोकना होगा। महबूबा ने इससे रोकने के लिए जनता को एक जुट होकर इसके खिलाफ खड़े होने का आग्रह किया है।
बता दें कि एक मई को आतंकवादियों ने कुलगाम जिले में जम्मू-कश्मीर बैंक की एक कैश वैन पर हमला किया था जिसमें पांच पुलिसकर्मियों और बैंक के दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गयी थी। मुख्यमंत्री महबूबा उन पांचों पुलिसकर्मियों और बैंकों के दोनों गार्डों के परिवारों से मिलीं। उन्होंने कांस्टेबल मुजफ्फर अहमद, बैंक के गार्ड जावेद अहमद और एएसआई बशीर अहमद के परिवारों के साथ भी संवदेना जतायी।
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महबूबा ने मृतकों के परिजनों के साथ संवेदना जताते हुए कहा कि उन लोगों ने सार्वजनिक राशि की रक्षा करते हुए अपनी जान दे दी और उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को आश्वासन दिया कि उनका ख्याल रखा जाएगा और सरकार उन्हें हर मदद मुहैया कराएगी। बाद में मुख्यमंत्री कांस्टेबल इशफाक अहमद के घर भी गयीं।
महबूबा ने इस दौरान लोगों को जागरुक करते हुए सिविल सोसाइटी और युवाओं से अपील कि मासूम लोगों का खून बहाकर सार्वजनिक धन की लूट के खतरनाक चलन के खिलाफ वे खड़े हों। इस चलन से सभ्य दुनिया में कश्मीर की बदनामी हो रही है। मुख्यमंत्री ने कुलगाम जिले के नेहामा गांव का दौरा किया और बैंक के गार्ड मुजफ्फर अहमद तथा कांस्टेबल फारूक अहमद के परिवारों के साथ संवेदना जतायी।