आरयू ब्यूरो
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी और चल रही हिंसा पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें पीएम को राज्य के हालात का ब्यौरा दिया और पीडीपी-भाजपा गठबंधन के भविष्य को लेकर भी बातचीत की।
मोदी से मुलाकात के बाद महबूबा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को बताया कि किस प्रकार हाल में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं और उनके क्या कारण रहे। उन्होंने यह भी बताया कि उपचुनाव को बाधित करने के भी प्रयास कुछ शांति विरोधी तत्वों ने किया।
मैंने गठबंधन को लेकर भी बातचीत की क्योंकि पीडीपी संस्थापक मुफ्ती साहब का सपना था कि यह गठबंधन लोगों की आशाओं पर खरा उतरे और मिलजुल कर काम हो।
उन्होंने कहा कि पीडीपी और भाजपा के बीच आंतरिक मतभेद हैं लेकिन उन्हें हम आपस में मिल बैठकर हल कर लेंगे। महबूबा ने कहा कि पीडीपी अपना गठबंधन धर्म निभा रही है। राज्य में राज्यपाल शासन को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर फैसला केंद्र सरकार को करना है।
वहीं महबूबा ने सिंधु जल समझौते से राज्य को हो रहे नुकसान की ओर भी प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित किया जिसे सुनकर प्रधानमंत्री ने जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
युवकों को बहकाने में वाट्सएप और फेसबुक का हो रहा इस्तेमाल
उन्होंने कहा कि वाट्सएप ग्रुप और फेसबुक का इस्तेमाल कर बाहर से घाटी के युवकों को बहकाया जाता है और पत्थरबाजी के लिए उकसाया जाता है। उन्होंने हुर्रियत से बातचीत के सवाल पर कहा कि उनसे वाजपेयी जी के कार्यकाल में भी बातचीत हुई थी और जहां वाजपेयी जी छोड़ कर गए हैं वहीं से आगे लेकर जाना होगा।
महबूबा ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से बातचीत के लिए माहौल बनाने की मांग की। उन्होंने कहा बातचीत से बहुत से मसले सुलझ जाते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ तो था कि वाजेपयी जी को आज भी घाटी के लोग याद करते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उसी राह को सही मानते हैं।