आरयू ब्यूरो, लखनऊ/उन्नाव। उन्नाव रेप कांड में आरोपित मनोज सिंह की मौत के बाद भाई के अंतिम संस्कार के लिए आरोपित विधायक कुलदीप सेंगर और दूसरे आरोपित भाई अतुल सिंह को 72 घंटे का पेरोल दिया गया है। भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दिल्ली से कुलदीप सेंगर को और अतुल सेंगर को लखनऊ जेल से उन्नाव लाया गया।
भारी फोर्स और अफसरों की मौजूदगी के बीच सोमवार की सुबह परियर घाट पर गंगा किनारे छोटे भाई अतुल सिंह ने मनोज सेंगर के शव को मुखाग्नि दी। इस दौरान वहां मौजूद भीड़ से सेंगर ने कहा कि मैं निर्दोष हूं और जिऊंगा तुम्हारे लिए, मरूंगा तुम्हारे लिए। बोले खुद से न्याय करना अपराध है, अब न्याय पालिका पर सब छोड़ दिया है।
गौरतलब है कि मांखी गांव निवासी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के मंझले भाई मनोज सिंह सेंगर को शनिवार की रात को दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
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मालूम हो कि उन्नाव गैंगरेप कांड के मामले में विधायक कुलदीप सिंह के भाई मनोज सिंह करीब डेढ़ वर्ष से जेल में बंद था और दिल्ली में रविवार को उसका निधन हो गया था। मनोज सिंह पर उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के रायबरेली में हुए संदिग्ध हादसे का भी आरोप था। मनोज की मौत के बाद देर रात शव उन्नाव जिले के माखी गांव पहुंचा।
वहीं रविवार को ही वकीलों ने कोर्ट से भाई की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके भाई अतुल की पैरोल की मांग की थी। इस पर कोर्ट ने दोनों आरोपितों के 72 घंटे के पैरोल की मंजूरी दी, इसमें तिहाड़ जेल से ले जाने और लाने तक का भी समय शामिल है।