मुख्तार के भाई व बेटे से ED ने की पूछताछ, अफजाल अंसारी ने कही ये बात

अफजाल अंसारी
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो,लखनऊ। गाजीपुर से लोकसभा सांसद अफजाल अंसारी और बाहुबलि मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी व उमर अंसारी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को घंटों पूछताछ की। हाल ही में मुख्तार अंसारी ने अपनी जमानत के लिए अर्जी लगाई थी, लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनकी अर्जी खारिज कर दी। मुख्तार अंसारी पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। उसी सिलसिले में ईडी ने उनके सांसद भाई और बेटों को पूछताछ के लिए बुलाया था।

वहीं पूछताछ के बाद अफजाल अंसारी ने मीडिया से बात की। इस दौरान आजम खान पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा हमसे मत टिप्पणी कराएं है वह बड़े सीनियर नेता है अब उनके बारे में हम क्या टिप्पणी करे। उनकी मामले में सुनवाई के बाद 100 दिन से भी ज्यादा समय बीतने पर फैसला नहीं आया और कोई  कहे तो कोई बात नहीं, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि ये तो मजाक है। एक तरफ प्रधानमंत्री के साथ बैठक में चीफ जस्टिस आफ इंडिया ने कहा कि मुकदमों में विलंब का कारण सरकार की नीति व ढुलमुल रवैया है।

एक सवाल के जवाब में अफजाल अंसारी ने कहा कि भाजपा का गाजीपुर के जीरो का रिजल्ट और भट्टा बैठ गया। पूरी उम्मीद करता हूं कि 2024 में दिल्ली सरकार का पतन निश्चित है। देखिए न मनोज सिन्हा जैसा कद्दावर नेता दो बार मुझसे लड़े दोनो बार हारे, दो बार पराजित हुए एक बार ढाई लाख से वोट से, एक बार सवा लाख वोट से वो भी मोदी जी की लहर में। उनको पराजय पच नहीं रहा। आगे कहा कि बदला तो सार्वजनिक जीवन में बुराई के खिलाफ खड़ा होता है उसको चुनौतियों का सामना करना पड़ता है

इससे पहले ईडी ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) से मुख्तार अंसारी, उनके परिवार के सदस्यों और राज्य की राजधानी में सहयोगियों से संबंधित संपत्तियों के बारे में विवरण मांगा था। ईडी ने इन लोगों के खिलाफ जमीन हथियाने और अवैध कारोबार से जुड़े कई मामलों के आधार पर एक जुलाई, 2021 को मनी लान्ड्रिंग अधिनियम (पीएमएलए) का मामला दर्ज किया था।

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यूपी पुलिस ने पिछले तीन वर्षों में 250 करोड़ से अधिक की इन संपत्तियों पर किए गए कई जमीनों को मुक्त करने का दावा किया था और अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था और इस संबंध में उनके और उनके गिरोह के सदस्यों के खिलाफ कई मामले दर्ज किए थे।सूत्रों ने कहा कि ईडी ने एलडीए के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी को पत्र भेजकर मुख्तार अंसारी, उनकी पत्नी अफसाना, भाई अफजल अंसारी और अंसारी के दो बेटों अब्बास और उमर की संपत्तियों का ब्योरा मांगा है। उन्होंने अंसारी के साथी आतिफ रजा और उसके अन्य सहयोगियों की संपत्तियों का ब्योरा भी मांगा है।

उन्होंने कहा कि इसमें कुछ इमारतें शामिल हैं जिनका निर्माण एलडीए से बिना नक्शा पास कराए और अन्य की जमीन पर कब्जा किए बिना अवैध रूप से किया गया है।2017 में बीजेपी सरकार के गठन के साथ, यूपी पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में अंसारी और उनके गिरोह से जुड़े लोगों पर शिकंजा कस दिया है।

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