आरयू वेब टीम। देश में लगभग 70 दिनों से लागू लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था की रफ्तार में कमी दर्ज की गई है। इस कारण रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने भारत की क्रेडिट रेटिंग को घटा दिया है। जिसे लेकर राहुल गांधी ने मंगलवार को मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। राहुल ने रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस द्वारा भारत की रेटिंग बीएए2 से घटाकर बीएए3 किए जाने को लेकर आज दावा किया कि अर्थव्यवस्था के संदर्भ में स्थिति इससे ज्यादा खराब होने वाली है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि, ‘मूडीज ने मोदी की अगुवाई में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को कबाड़ (जंक) से एक कदम ऊपर रेट किया है। गरीबों और एमएसएमई क्षेत्र को मदद के अभाव का मतलब यह है कि आगे हालत ज्यादा खराब होने वाले हैं।’
मूडीज का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में चार फीसदी तक गिरावट आ सकती है। भारत के मामले में पिछले चार दशक से अधिक समय में यह पहला मौका होगा जब पूरे साल के आंकड़ों में जीडीपी में गिरावट आएगी। इसी अनुमान के चलते मूडीज ने भारत की सरकारी साख रेटिंग को ‘बीएए2’ से एक पायदान नीचे कर ‘बीएए3’ कर दिया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मूडीज ने इससे पहले नवंबर 2017 में 13 साल के अंतराल के बाद भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को एक पायदान चढ़ाकर ‘बीएए2’ किया था।
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‘बीएए3’ सबसे निचली निवेश ग्रेड वाली रेटिंग है। इसके नीचे कबाड़ वाली रेटिंग ही बचती है। एजेंसी ने कहा है कि मूडीज ने भारत की स्थानीय मुद्रा वरिष्ठ बिना गारंटी वाली रेटिंग को भी बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दिया है। इसके साथ ही अल्पकालिक स्थानीय मुद्रा रेटिंग को भी पी-2 से घटाकर पी-3 पर ला दिया गया है।
बता दें कि रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को भारत की सावरेन (राष्ट्रीय) क्रेडिट रेटिंग को पिछले दो दशक से भी अधिक समय में पहली बार ‘बीएए2’ से घटाकर ‘बीएए3’ कर दिया। एजेंसी ने कहा है कि नीति निर्माताओं के समक्ष आने वाले समय में निम्न आर्थिक वृद्धि, बिगड़ती वित्तीय स्थिति और वित्तीय क्षेत्र के दबाव जोखिम को कम करने की चुनौतियां खड़ी होंगी।