आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
पुलवामा में आतंकी हमले का असर भारत के खेलों पर भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली में चल रहे शूटिंग वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के दो शूटर्स को एंट्री नहीं मिलने के बाद इंटरनेशनल ओलंपिक संघ ने भारत के खिलाफ फैसला लिया है। भारत को भविष्य में देश में आयोजित होने वाले किसी भी ओलिंपिक और खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी से भी अलग कर दिया है। हांलाकि भारत को 14 कोटा के साथ शूटिंग वर्ल्ड कप के आयोजन की अनुमति दी है।
आइओसी ने भारत की तरफ से मिले लिखित आश्वासन के बाद वर्ल्ड कप की मेजबानी दी है। आइओसी की महत्वपूर्ण बैठक में हुई चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है। नैशनल राइफल असोसिएशन ऑफ पाकिस्तान के प्रस्ताव के बाद आइओसी की यह बैठक हुई।
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पाकिस्तान ने कोटा के तहत 25 मीटर रैपिड फायर इवेंट में भारत के द्वारा दो पाक शूटर्स को वीजा देने से इनकार के बाद यह प्रस्ताव दिया था। पुलवामा अटैक के बाद देश के माहौल को देखते हुए यह फैसला लिया गया। आइओसी की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘भारतीय एनओसी, आइओसी और आइएसएसएफ के आखिरी वक्त तक किए प्रयासों के बाद भी पाक टीम के प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कोई रास्ता नहीं बन सका।
यह स्थिति किसी भी तरह के भेदभाव नहीं करने के आइओसी के मूल चार्टर के खिलाफ है। आइओसी की प्रतिबद्धता है कि मेजबान देश में आनेवाले सभी खिलाड़ियों को किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के बिना निष्पक्ष और समानता के माहौल में प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिले। साथ ही बयान में भारत को भविष्य में खेलों की मेजबानी से दूर रखने के फैसले के बारे में जानकारी दी गई।
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आइओसी के अनुसार, ‘मौजूदा घटनाक्रम के परिणाम के तहत आइओसी एग्जिक्यूटिव बोर्ड ने यह फैसला किया है कि भारतीय एनओसी और सरकार के साथ भविष्य में किसी भी खेल प्रतियोगिता और ओलिंपिक से संबंधित प्रतियोगितायओं के आयोजन को लेकर सभी चर्चाएं पूरी तरह से स्थगित की जाती हैं।