आरयू वेब टीम। भारत में कोरोना वायरस का संकट गहराता जा रहा है, मंगलवार शाम स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 4789 हो गई है, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 124 हो गई। राहत की बात ये है कि 352 लोग इलाज के बाद स्वस्थ होकर अपने घर वापस जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे की बात करें तो इस दौरान 13 लोगों की मौत हुई और 508 नए मरीज सामने आए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सरकार अब क्वारंटाइन में लिए गए लोगों की निगरानी पर जोर दे रही है और कंट्रोल रुम के जरिए उन मरिजों की निगरानी की जा रही है। सरकार ने कोविड-19 केयर सेंटर बनाने का फैसला किया है, जिनको कोविड अस्पतालों के साथ जोड़ा जाएगा। मंत्रालय ने बताया कि अब तक 352 व्यक्तियों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय रेलवे ने 2,500 डिब्बों में 40,000 आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं। वे प्रतिदिन 375 अलगाव बेड बना रहे हैं और यह देश भर में 133 स्थानों पर चल रहा है।
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वहीं गृह मंत्रालय की तरफ से पी.एस. श्रीवास्तव ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की स्थिति संतोषजनक है। गृह मंत्री ने आवश्यक वस्तुओं और लॉकडाउन उपायों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की है, जमाखोरी और कालाबाजारी को रोकने के निर्देश भी दिए गए हैं।
30 दिन में 406 को संक्रमित कर सकता कोविड-19 का एक मरीज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने मीडिया को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर दिल्ली, मुंबई, भीलवाड़ा, आगरा में छोटे-छोटे क्षेत्रों को चिह्नित कर उन्हें सील करने की रणनीति बनायी गयी है। आइसीएमआर ने अपने अध्ययन में स्पष्ट किया है कि कोविड-19 का एक मरीज अगर लॉकडाउन और सामाजिक मेल-जोल से दूरी का पालन नहीं कर रहा है तो वह 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है।