देश के 29वें भारतीय सेनाध्‍यक्ष बने जनरल मनोज पांडे, जानें इनसे जुड़ी कुछ खास बातें

मनोज पांडे
एमएम नरवणे के साथ जनरल मनोज पांडे।

आरयू वेब टीम। जनरल मनोज पांडे अब भारतीय सेना के नए सेनाध्‍यक्ष होंगे। जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को 29वें थलेसना प्रमुख के तौर पर पदभार संभाल लिया। जनरल एमएम नरवणे के सेवानिवृत्त होने के बाद जनरल मनोज पांडे ने थल सेनाध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। वे इस बल का नेतृत्व करने वाले पहले इंजीनियर हैं। एक फरवरी को सेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, जनरल पांडे पूर्वी सेना कमान का नेतृत्व कर रहे थे।

उन्‍हें सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सेक्टरों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रखवाली का काम सौंपा गया था। शनिवार को जनरल नरवणे ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, सेना प्रमुख, जनरल एमएम नरवणे के साथ एक बैठक हुई। वे 42 वर्षों तक राष्ट्र की सेवा करने के बाद आज सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। एक सैन्य नेता के रूप में उनके योगदान ने भारत की रक्षा क्षमताओं और तैयारियों को मजबूत किया है। मैं उनके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।

जनरल पांडे का कार्यकाल ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब भारत कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसमें पूर्वी लद्दाख में चीन की बढ़ती मुखरता भी शामिल है। सेना प्रमुख के रूप में, उनके कर्तव्यों में, नौसेना और भारतीय वायु सेना के साथ समन्वय करना होगा।

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अपने विशिष्ट करियर में जनरल पांडे ने अंडमान और निकोबार कमांड के कमांडर-इन-चीफ के रूप में भी काम किया, जो भारत की एकमात्र त्रि-सेवा कमान है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र, उन्हें दिसंबर 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स (द बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन दिया गया था। जनरल पांडे ने सभी प्रकार के इलाकों में पारंपरिक के साथ-साथ आतंकवाद विरोधी अभियानों में कई प्रतिष्ठित कमांड और स्टाफ असाइनमेंट किए हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान नियंत्रण रेखा के साथ एक इंजीनियर रेजिमेंट, पश्चिमी सेक्टर में एक इंजीनियर ब्रिगेड, नियंत्रण रेखा के साथ एक पैदल सेना ब्रिगेड और पश्चिमी लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाके में एक पहाड़ी डिवीजन की कमान संभाली।

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