आरयू ब्यूरो, लखनऊ/हाथरस। यूपी के हाथरस जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया है। सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को भोले बाबा का सत्संग में भगदड़ मचने से 116 भक्तों की मौत हो गई, जबकि कई दर्जन लोग घायल हो गए है। हादसे से चीख-पुकार मच गई। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही शवों को कब्जे में लेकर पोस्टर्माटम के लिए भेजा। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों के मानें तो इस भयावह हादसे में करीब डेढ़ सौ लोगों की मौत हुई है, हालांकि प्रशासन ने रात तक इसकी पुष्टि नहीं की थीं।
बताया जा रहा है कि फुलरई गांव में सत्संग करने आए कथावाचक भोले बाबा जिला कासगंज के पटियाली के बहादुर नगर के रहने वाले हैं। भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी थी। दोपहर में सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। धक्के में महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए। भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चारों ओर चीख-पुकार मची हुई थी। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचल गए।
अलीगढ़ के अलावा घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है, जहां 27 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ तय माना जा रहा है। वहीं सौ से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। लोगों को कहना था कि उन्होंने घटनास्थल व अस्पताल में ही सौ से अधिक शव देखें हैं, लेकिन पुलिस-प्रशासन रात तक शवों को नहीं गिन सका था।
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इस संबंध में एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक जिस वक्त भगदड़ हुई उस समय हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे में धार्मिक आयोजन चल रहा था। अकेले एटा अस्पताल में दोपहर तक 27 शव आ चुके थे, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं। अभी घायल अस्पताल नहीं पहुंचे हैं। आगे की जांच की जा रही है। इन 27 शवों की पहचान की जा रही है।
वहीं बाद में अलीगढ़ की कमिश्नर चैत्रा वी ने हादसे में मरने वालों की कुल संख्या 87 बताई है। कमिश्नर का कहना था कि 18 लोग घायल हैं। जिनका उपचार चल रहा है।
व्यवस्थापक की गलती बनी हादसे की वजह
वहीं सामने आ रहा है कि दोपहर में सत्संग समाप्त होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया था और भोले बाबा और उसके काफिले को पीछे के दरवाज़े से निकाला जा रहा था। इससे अंदर दबाव बढ़ गया। वहां एक गड्ढा था, जिसमें कुछ लोग गिरे तो भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को रौंदकर निकलते रहे। गड्ढे में गिरकर दबने व दम घुटने से मौके पर ही दर्जनों लोगों की मौत हो गई।
सिपाही से भोले बाबा बना एसपी सिंह
हाथरस में सत्संग करने आए कथावाचक भोले बाबा जिला कासगंज के पटियाली के बहादुर नगर का रहने वाला बताया गया है। भोले का मुख्य नाम एसपी सिंह है। एसपी सिंह ने करीब 17 साल पहले पुलिस में सिपाही के पद से नौकरी छोड़ते हुए सत्संग का काम शुरू किया था।