आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भाजपा विधायकों से रंगदारी मांगने और परिजनों को जान से मार देने की धमकी का मामला रूक नहीं रहा है, बुधवार को भी भाजपा के दो विधायकों को धमकी भरे मैसेज आएं हैं। बाराबंकी के फतेहपुर कुर्सी विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा और कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी को व्हाट्सएप पर मैसेज कर रंगदारी मांगी गई है, और न देने पर जान से मारने की धमकी भी मिली है।
इसके बाद मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है। एक ओर विधायक मोबाइल नंबर के आधार पर धमकी देने वाले खिलाफ मुकदमा लिखवा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सपा, कांग्रेस समेत अन्य विरोधी दलों ने योगी सरकार की हनक के साथ ही सक्रियता पर उंगली उठाई है। इन सबके बीच मामला बढ़ता देख एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने जल्द ही धमकी देने वाले दाऊद के गुर्गें तक पहुंचने की बात कही है।
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए आनंद कुमार ने कहा कि 12 विधायकों को धमकी भरे मैसेज मिले हैं। इससे यह साफ होता है कि डर का माहौल बनाने के लिए ऐसा किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी एसटीएफ के अलावा सरकारी खुफिया एजेंसियां काम कर रही हैं। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
दूसरी ओर पुलिस और सरकार की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाने वाले इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने बुधवार को आइजी एसटीएफ अमिताभ यश के नेतृत्व में तीन सदस्यों वाली स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) गठित की है। टीम में एटीएस के एसएसपी जोगेंद्र कुमार के अलावा एसटीएफ के एएसपी त्रिवेणी सिंह भी शामिल हैं।
बताते चले कि बुधवार तक भाजपा के करीब दर्जनभर विधायकों समेत कुल 14 लोगों से विदेशी मोबाइल नंबर से रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी भरे मैसेज आ चुके हैं। शुरूआत में लोगों ने इसे हलके में लिया, लेकिन बाद में नंबर की छानबीन पर मामला दाऊद के गुर्गे से जुड़ा मिलने पर हड़कंप मच गया। धमकी के बाद जहां विधायकों और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है, वहीं पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में भी काफी हलचल मच गयी है।