आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पुलिस पर गंभीर आरोप लगा महिला ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के सामने आत्मदाह का प्रयास किया है। महिला ने अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डाल लिया था, जिसके बाद वह खुद को आग के हवाले करने जा रही थी, इसी बीच पुलिस की नजर उस महिला पर पड़ी और उसे पकड़कर आग लगाने से रोक लिया।
जिसके बाद महिला ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल भेजा है। पुलिस की पूछताछ में महिला बार- बार गोसाईंगंज पुलिस पर गंभीर आरोप लगाती रही। महिला का कहना है कि उसके बेटे को फर्जी मुकदमें में फंसा कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। साथ ही महिला ने सीएम योगी से न्याय की गुहार भी लगाई।
मिली जानकारी के अनुसार महिला गोसाईंगंज के रानीखेड़ा बरौना कला के रहने वाली है। महिला का नाम रामप्यारी है। महिला आज दिन में करीब 12:30 बजे भाजपा कार्यालय पहुंची, जहां उसने अपने शरीर पर केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया, हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने महिला को ऐसा करने से समय पर रोक लिया। इसके बाद रामप्यारी ने हंगामा शुरू कर दिया।
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रामप्यारी ने आरोप लगाया है कि गोसाईंगंज पुलिस ने उनके बेटे को फर्जी तरीके से सामूहिक बलात्कार के मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया है, जबकि उसके बेटे का इससे कोई सरोकार नहीं है। कई बार थाने भी गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे तंग आकर ये भयावह कदम उठाया।
यह है मामला
गोसाईंगंज पुलिस ने कुछ दिन पहले एक युवती को अगवा कर नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म की कोशिश के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया था, जिसमें पंकज यादव और मोहित शामिल थे। इसी मामले को लेकर रामप्यारी ने पुलिस पर आरोप लगाए है। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि युवती के परिजनों ने दोनों आरोपितों को खुद पकड़कर सुपुर्द किया था।
ऑफिस के अंदर थे सीएम
जब महिला ने भाजपा दफ्तर के बाहर केरोसिन डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की तो उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दफ्तर के अंदर ही मौजूद थे।