आरयू वेब टीम।
भाजपा को अपनी पार्टी की एक महिला नेता के विचार इतने नगवार गुजरे कि उन्हें पार्टी से निकाल दिया। महिला का आरोप है कि रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक सिविल इंजीनियर और बीजेपी मजदूर मोर्चा की कार्यकारी सदस्य बेनजीर अरफान ने गुवाहाटी स्थित एक गैर सरकारी संगठन द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों के लिए आयोजित प्रार्थना सभा के बारे में फेसबुक पर एक पोस्ट अपलोड किया था। इस वजह से उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। बेनजीर का दावा है कि उनके पक्ष को जाने बगैर उसे मनमाने ढंग से निष्कासित कर दिया गया।
मीडिया को बताते हुए बेनजीर ने कहा कि जो सस्पेंसन लेटर उन्हें मिला है उसमें लिखा गया है कि वह रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन के लिए आयोजित कार्यक्रम में बिना पार्टी की मर्जी से शामिल होकर पार्टी के नियमों को तोड़ा है जिस कारण आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से निकाला जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार का तीन तलाक के खिलाफ अभियान चल रहा है। अब मेरी खुद की पार्टी जिसके साथ मैं कई सालों से जुड़ी थी, उसने मुझे तलाक दे दिया है। मुझे अपमानित किया गया है। मैं इस मुद्दे को पार्टी के हाई कमान तक ले जाऊंगी। क्योंकि मैं भी तीन तलाक का शिकार हुई हूं।
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