आरयू ब्यूरो
लखनऊ। पैसे और ब्लैकमेलिंग को लेकर बहुजन समाज पार्टी में मचे घमासान के बीच आज भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी के दोबार प्रेसवार्ता कर मायावती पर हमला करने के बाद एक बयान जारी करते हुए कहा कि मायावती समेत पूरी बसपा ही सरकार में रहने पर जनता को लूटने का कार्य कर रही थी और अब सत्ता में नहीं लौटने पर मायावती अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं से लूटे हुए धन का हिसाब करने लगी। जिसका परिणाम यह हुआ कि बसपा सुप्रीमो अब ने बसपा नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने लगी।
यह भी पढ़े- मायावती ने आरोपों पर दिया जवाब, नसीमुद्दीन को बताया ब्लैकमेलर
मायावती के पहली बार मीडिया पैनलिस्ट को नियुक्त करने की बात पर प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इससे साफ जाहिर हो गया है कि मायावती नसीमुद्दीन सिद्दकी के खुलासे के बाद डर गई है। यहां बताते चले कि मायावती ने आज ही मीडिया से बात करने के लिए टीम गठित की है।
यह भी पढ़े- मायावती ने मुसलमानों को कहा था गद्दार, मांगे थे 50 करोड़: नसीमुद्दीन सिद्दीकी
उन्होंने यह भी कहा कि बसपा सुप्रीमो और पूर्व नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बीच लूटे धन की बंदरबांट की जंग ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि बसपा ने न सिर्फ दलितों के वोटों का अपहरण किया बल्कि फिरौती वसूलने का काम भी किया है। दोनों का एक दूसरे को ब्लैकमेलर कहना भी यह दर्शाता है कि वह दलितों के हित के लिए नहीं बल्कि धन की लूट के लिए पार्टी चला रहे थे।