आरयू वेब टीम। राजस्थान भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने रविवार पुलिस को चकमा देते हुए आमागढ़ किले में प्रवेश कर लगा झंडा फहरा दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दरअसल निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की अगुवाई में समुदाय के कुछ युवकों ने इस किले में लगे भगवा ध्वज को कथित तौर पर उतार दिया था। इसके बाद से ये किला विवादों में है।
जयपुर-आगरा राजमार्ग पर गलता के पास पर्वतीय क्षेत्र में स्थित इस किले के प्रवेश द्वार पर पुलिस बल तैनात है। मीणा अपने समर्थकों के साथ किले के पीछे जंगल से होते हुए रविवार तड़के किले में पहुंचे और वहां शिव मंदिर के पास झंडा लगा दिया। जिसकी जानकारी लगते ही पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मीणा की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए एक बयान में कहा, ‘‘आमागढ़ किले के मामले में धर्म के नाम पर राजनीति कर रही कांग्रेस को करारा जवाब देने वाले किरोड़ी लाल मीणा की गिरफ्तारी निंदनीय है। मीणा को तुरंत रिहा किया जाए।’’
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बता दें कि ये किला दो समुदायों के बीच विवाद का केंद्र बनता जा रहा। इस किले पर लगे भगवा ध्वज को हाल ही में निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की उपस्थिति में कुछ लोगों ने कथित तौर पर फाड़ दिया था। इस संबंध में ट्रांसपोर्ट नगर थाने में मीणा समुदाय और दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से 22 जुलाई को दो प्राथमिकी दर्ज कराई गईं। पुलिस को बुधवार को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किले और वहां बने मंदिर के अंदर प्रवेश को रोकना पड़ा।
भाजपा सांसद मीणा ने बृहस्पतिवार को यहां सचिवालय में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने आदिवासी मीणा समाज की ऐतिहासिक धरोहरों को बचाने और धार्मिक भावनाओं को भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
वहीं, विधायक रामकेश मीणा के समर्थकों ने दावा किया कि किला मीणा समुदाय के कुलदेवता का है। पहले मंदिर में एक समूह द्वारा मूर्तियों को तोड़ा गया और बाद में कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने समुदाय की धार्मिक भावना को आहत करने के लिए किले के ऊपर भगवा झंडा लगा दिया।