भाजपा सरकार पुलिस के जरिए चलाना चाहती है प्रदेश, लोकतंत्र-संविधान की उड़ा दी धज्जियां: अखिलेश

अखिलेश यादव

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं और वो पुलिस के जरिये उत्तर प्रदेश को चलाना चाहती है। सपा प्रमुख ने भाजपा सरकार में भेदभाव होने का दावा करते हुए ये भी आरोप लगाया कि नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही है, आरक्षण से खिलवाड़ हो रहा है, संविधान को कमजोर किया जा रहा है और विकास का कोई कार्य नहीं हो रहा है।

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सपा द्वारा जारी किये गए एक बयान में अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं और वह पुलिस के जरिए उत्तर प्रदेश को चलाना चाहती है। साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा सरकार एक-एक कर हर वर्ग के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में जिस निर्दयता से भाजपा सरकार की निरंकुश पुलिस ने निहत्थे वकीलों पर लाठीचार्ज किया और उनकी पिटाई की, वो बेहद निंदनीय है। सपा मुखिया ने भाजपा सरकार पर किसी की सगा नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह फंसाने वाली पार्टी है और बीजेपी के लोग खुद जानते हैं कि उनकी पार्टी लोगों को फंसाती है। ये सरकार पीडीए की ताकत से घबराई हुई है इसीलिए राजनीतिक इतिहास का सबसे खराब और नकारात्मक नारा लेकर आई है।

उपचुनाव में भाजपा सभी नौ सीट हारने जा रही

दरअसल हरदोई दौरे पर पहुंचे अखिलेश ने कहा कि पीडीए परिवार सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ा रहा है और सामाजिक सद्भाव के रास्ते पर चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सभी नौ सीट हारने जा रही है। सपा प्रमुख ने महंगाई बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से हर वर्ग के परेशान और त्रस्त होने का दावा करते हुए कहा कि बीजेपी जनता के गुस्से का सामना नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भाजपा अधिकारियों को आगे करके चुनाव लड़ रही है, उसके बाद भी जनता बीजेपी को सभी सीट पर हराएगी।

अत्याचार और भ्रष्टाचार चरम पर

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार चरम पर है, आम जनता की कोई सुनवाई नहीं है। अदालत के कमरे में पुलिस ने वकीलों को घेरकर हिंसक व्यवहार किया, जिससे कई वकीलों को गंभीर चोटें आयी हैं। जब पुलिस प्रशासन वकीलों के साथ इतना बेरहमी के साथ पेश आ रहा है तो आम जनता के साथ उसका व्यवहार और आचरण कैसा होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। भाजपा सरकार में पुलिस लोगों की मदद के बजाय उन्हें प्रताड़ित कर रही है और उसने न्याय तंत्र की मर्यादा को भी चकनाचूर कर दिया है।

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