आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समायोजन रद्द होने के बाद से तंगहाली व अवसाद की मार झेल रहे शिक्षामित्रों के मुद्दे को लेकर मंगलवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने आज कहा है कि संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों से किया गया वादा यूपी की भाजपा सरकार ने आज तक पूरा नहीं किया है।
आज अपने एक बयान में अखिलेश ने शिक्षामित्रों की समस्या का जिक्र करते हुए कहा है कि यूपी में सरकार बनाने से पहले भाजपा ने अपने संकल्प पत्र के जरिए शिक्षामित्रों से वादा किया था कि वह उनकी समस्याओं का सरकार बनने के बाद तीन महीने में समाघान निकालेगी, लेकिन योगी सरकार के चार साल बीत जाने के बावजूद आज तक यह वादा पूरा नहीं किया गया है।
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सपा अध्यक्ष ने आज बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा है कि भाजपा ने जनहित के कामों से लगता है दुश्मनी पाल ली है। उसकी सोच शायद यह है कि जब झांसा देकर सरकार बनाई जा सकती है और चार वर्ष तक चलाई जा सकती है तो काम करने की जरूरत ही क्या है? भाजपा ने मानो तय कर लिया है कि कहीं गलती से भी विकास न हो तभी तो भाजपा सरकार एक भी उल्लेखनीय काम वह नहीं गिना पा रही। समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में जितने काम किए उनका कोई मुकाबला नहीं।
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किसानों के मुद्दे पर आज अखिलेश ने कहा है कि भाजपा सरकार ने सबसे बड़ा धोखा किसानों को दिया है। कर्जमाफी का झूठा नाटक करने के बाद अब बहाने बनाकर किसान सम्मान निधि में दी गई धनराशि की वसूली करने में लग गई है। भाजपा की कृषि विरोधी नीतियों के चलते बुंदेलखण्ड के परेशान सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या कर ली। भयंकर शीत में भी गाजीपुर सीमा पर किसान आंदोलन कर तीन काले कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और एमएसपी का कानून बनाये जाने की मांग कर रहे हैं। भाजपा उनकी मांग न मानने पर अड़ी है।