आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक बार फिर योगी सरकार पर हमला बोला है। साथ ही हाल ही कि कई घटनाओं का जिक्र कर कहा कि भाजपा सरकार के कारनामों से उत्तर प्रदेश शर्मसार हो रहा है। मगर उत्तर प्रदेश सरकार चलाने वाले खुद अपने मुकदमें वापस ले रहे हैं। जनता के टैक्स के पैसों से भाजपा का प्रचार कर प्रदेश की छवि को धूमिल कर रहे हैं।
आज अपने एक बयान में सपा सुप्रीमो ने यूपी में घटित घटनाओं जिक्र कर कहा हाथरस की बेटी के साथ बलात्कार और हत्या, लखीमपुर खीरी में किसानों की जीप चढ़ाकर हत्या, आइपीएस द्वारा वसूली और फिर महीनों फरार रहना, कानपुर में प्रशासन द्वारा गरीब की झोपड़ी पर बुल्डोजर चलाना और अग्निकाणंड से मौत, बीएचयू में छात्रा के साथ अभद्रता ये सब घटनाएं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में हुई है। इन घटनाओं से प्रदेश आहत है।
इतना ही नहीं प्रदेश की छवि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली में सुधार से बनती है, लेकिन भाजपा सरकार ने इन साढ़े छह सालों में जनहित की सभी व्यवस्थाओं को बर्बाद करने का ही काम किया है। राज्य में कानून-व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाएं चौपट है।
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पूर्व सीएम ने आगे कहा कि लोगों को डेंगू बुखार व अन्य बीमारियों तक का इलाज नहीं मिल पा रहा। लोग डेंगू बुखार से मर रहे हैं। सरकार दवा, इलाज नहीं दे पा रही है। बजट की लूट हो रही। हर विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है। जनता अब इसे और बर्दास्त करने वाली नहीं है।
वहीं हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने समाज में नफरत फैलाई है। आपसी भेदभाव किया है। जनता से झूठे वादे किए, धोखा दिया। भाजपा सरकार अहंकार में चूर है और इनके नेता व कार्यकर्ता अराजक है। गरीबों के साथ अन्याय, अत्याचार चरम पर है। किसी को न्याय नहीं मिल रहा है।