आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में 93 राजधानी सेवा और सात साधारण बीएस-6 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये सभी बसें प्रदेश के अलग-अलग जिलों से दिल्ली के लिए जाएंगी। यूपी बस सेवा की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर योगी ने 75 जिलों को राजधानी दिल्ली से जोड़ा। यूपी के यात्रियों के लिए 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें 93 बसें राजधानी एक्सप्रेस हैं जो यूपी के 75 जिलों से दिल्ली के लिए चलेंगी। वहीं सात साधारण बसें हैं जो यूपी के अंदर चलेंगी।
साथ ही योगी ने राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं की सबसे अधिक संख्या पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यूपी में एक साल में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या राज्य में तीन साल में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या से अधिक है। यह चिंताजनक है। इसके कारण अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे ओवर स्पीडिंग, ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना या रोड इंजीनियरिंग में गलती। उन्होंने कहा, “जागरूकता पैदा करके और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करके हम सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं।
इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि यूपीएसआरटीसी के साथ ही निजी ऑपरेटरों को भी जोड़ा जाना चाहिए और हर गांव में बस सेवा का विस्तार करने के लिए नियम बनाए जाने चाहिए। वर्तमान में, दस शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं और इनके लिए भारी मांग है। राज्य के हर जिले को लखनऊ से जोड़ने के लिए इस साल चार मार्च को 75 राजधानी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था।
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योगी ने आगे कहा कि, परिवहन निगम के स्थापना दिवस पर 100 बसों को यात्रियों की सुविधा के लिए रवाना किया गया है। आजादी के कुछ महीने पहले ही उत्तर प्रदेश में राजकीय परिवहन निगम सेवा शुरू हुई थी। इसके बाद एक जून 1972 में यूपी परिवहन निगम में बदलाव आया और देश की सबसे बड़ी पब्लिक सेवा बनी। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम लोगों को सुगम और सुरक्षित यात्रा पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में 50 सालों से लगातार दे रहा है।