आरयू वेब टीम। दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने शनिवार को सख्त पाबंदियों की घोषणा की थी। इसके बाद रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता कर कोरोना से बने हालात से निपटने के लिए अस्पतालों में बेडों की संख्या, वैक्सीनेशन और लॉकडाउन पर बात की। साथ ही कोरोना संकट से निपटने के लिए लोगों से सहयोग करने की अपील की।
केजरीवाल ने कहा कि केस बढ़ने के चलते हमे कुछ पबांदी लगाई गई है। ये आप लोगों की सुरक्षा के चलते लगाया गया है। अगर अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगेंगे तो लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है। केजरीवाल ने कहा, “हम सबको कोरोना प्रोटोकॉल बढ़ चढ़कर फॉलो करने होंगे। हमारी सुरक्षा हमारे हाथ में है। मास्क पहनकर रखिए, बार-बार हाथ धोते रहिए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कीजिए। इसके अलावा घर से तभी बाहर निकलिए जब कुछ जरूरी काम हो, बस कुछ दिनों की बात है जैसे कोरोना की तीन लहर चली गई तो ये चौथी भी चली जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते हैं, लेकिन कल सरकार ने मजबूरी में कुछ पाबंदियों के आदेश दिए हैं। जैसे- बसों में सिर्फ 50 फीसदी सवारी बैठ सकती है, मेट्रो में 50 फीसदी लोग ही सफर कर सकेंगे आदि। ये पाबंदियां आपकी सुरक्षा के लिए ही लगाई गईं। इस वक्त का पीक नवंबर से भी खतरनाक है।”
केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से अनुरोध किया है कि कोरोना का टेस्ट पॉजिटिव आने पर सभी लोग अस्पताल न जाएं, अगर तबीयत बिगड़ रही है या जरूरत हो तो तभी खुद को अस्पताल में भर्ती कराएं। साथ ही केजरीवाल ने कहा, “अब सरकारी अस्पतालों में भी बहुत अच्छा इलाज हो रहा है। मेरा निवेदन है कि सभी लोग प्राइवेट अस्पतालों में न जाएं, अगर सरकारी अस्पताल में बेड खाली है तो वहां जाइए, लेकिन तभी जाइए जब जरूरत हो।”
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राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो, डीटीसी और क्लस्टर बसें 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति प्रदान की गई है। इसके अलावा शादी समारोह में 50 मेहमान ही शामिल हो सकेंगे। दिल्ली सरकार ने कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर सभी तरह की सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक और धार्मिक सभाओं पर रोक लगा दी है। सभी सरकारी और निजी स्कूल भी 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे।
डीडीएमए ने कहा कि महाराष्ट्र से विमान के जरिए दिल्ली आने वाले यात्रियों के लिए 72 घंटे के भीतर की आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट पेश करना जरूरी होगा और नेगेटिव रिपोर्ट नहीं होने पर 14 दिवसीय पृथक-वास में रहना होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में रेस्तरां, बार को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति रहेगी। अंतिम संस्कार में 20 लोगों से अधिक के शामिल होने की इजाजत नहीं होगी, जबकि विवाह कार्यक्रम में अधिकतम 50 व्यक्ति तक शामिल हो सकते हैं।