बोले प्रधानमंत्री, भारत ने प्रौद्योगिकी को सामाजिक न्याय और पारदर्शिता का बनाया माध्यम

प्रौद्योगिकी
कार्यक्रम को संबोधित करते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। 

भारत ने प्रौद्योगिकी को सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण, समावेश, सक्षम सरकारी तंत्र और पारदर्शिता का माध्यम बनाया है और इसका उपयोग अंतिम छोर तक सरकारी सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिये किया जा रहा है।

ये बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत इटली प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। पीएम ने कहा कि आज प्रौद्योगिकी के माध्यम से सरकारी सेवाओं को अंतिम छोड़ तक प्रभावी पहुंच सुगम बनाना सुनिश्चित किया जा रहा है। जन्म प्रमाण पत्र से लेकर बुढ़ापे की पेंशन तक की अनेक सुविधाएं आज ऑनलाइन हैं।

मोदी ने आगे बोले कि केंद्र और राज्य सरकार की 300 से अधिक सेवाओं को उमंग एप के माध्यम से एक प्लेटफॉर्म पर लाया गया है। देश भर में तीन लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर्स से गांव-गांव में ऑनलाइन सेवाएं दी जा रही हैं। इसके अलावा भारत ने प्रौद्योगिकी को सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण, समावेश, सक्षम सरकारी तंत्र और पारदर्शिता का माध्यम बनाया है।’

इस दौरान प्रधानमंत्री इटली का जिक्र करते हुए बोले कि उन्हें इस बात की भी प्रसन्नता है कि भारत और इटली जीवन शैली से जुड़ा उपकरण डिजाइन (एलएडी) के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। भारत-इटली द्विपक्षीय औद्योगिक शोध एवं विकास सहयोग कार्यक्रम के अगले चरण की शुरूआत की घोषणा करते हुए उन्हें खुशी हो रही है। इससे हमारे उद्योग और रिसर्च संस्थान बिना किसी बाधा के नए उत्पाद विकसित कर सकेंगे।