आरयू संवाददाता,
रामपुर। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने बुधवार को ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्दू के पाकिस्तान दौरे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि भारत सरकार ने परमिशन दी थी, अगर ये उनका काम गलत था तो उन्हें वीजा नहीं मिलना चाहिए था।
उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों ने राम जानकी रथ चलाकर देश को लहूलुहान किया, उन्होंने जिन्ना की मजार पर जाकर माथा टेका। इतना ही नहीं पीएम नवाज शरीफ की सालगिरह में बिना सिक्योरिटी क्लियरेंस के गए। मोदी अगर शॉल और आम लेकर जाएं तो उन्हें भी जायज नहीं कहा जा सकता।
चुनाव की तैयारियों पर बात करते हुए आजम खान ने कहा कि चुनाव के लिए जो लोग माहौल में जहर फैला रहे हैं, उन्हें शिकस्त देना है। फासिस्ट ताकतों को दूर भगाकर अच्छा हिंदुस्तान बनाना है।
वहीं दूसरी ओर नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई देते हुए कहा कि इससे पहले भी शांति की कोशिशें हो चुकी हैं। दिवंगत नेता अटल बिहारी वाजपेयी जी भी ‘दोस्ती बस’ लेकर लाहौर गए थे और मुशर्रफ को बुलाया था। पीएम मोदी ने शपथ समारोह में नवाज शरीफ को बुलाया था और अचानक लाहौर गए थे। मैं इमरान खान के दोस्त की हैसियत से वहां गया था। इसे बेवजह तूल देना पूरी तरह से गलत है।
मालूम हो कि कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान जाकर इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करना और वहां के आर्मी चीफ कमर बाजवा से गले मिलने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं खुद सिद्धू को भी विरोधों का सामना करना पड़ रहा है। इसी मामले को लेकर मुजफ्फरपुर, कानपुर के बाद अब वाराणसी में भी सिद्धू के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ है।
वाराणसी के एसीजेएम-9 की कोर्ट में अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी की शिकायत पर धारा 121A, 124A और 511 के तहत मामला दर्ज हुआ है। अधिवक्ता त्रिपाठी ने अपने शिकायत में कहा है कि सिद्धू के पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष से गले मिलने पर देश के सैनिकों का मनोबल घटा है।