आरयू ब्यूरो, लखनऊ। नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हिंसक प्रदर्शनों के पीछे साफ तौर पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का ही हाथ है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया आतंकी संगठन सिमी का ही बदला हुआ रुप है। सिमी पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम से यह संगठन देश विरोधी गतिविधियां संचालित कर रहा है। उन्होंने कहा ‘ईडी की रिपोर्ट के बाद यह साफ हो गया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने ही हिंसा कराई है। पीएफआइ आर्थिक मदद के जरिये खतरनाक खेल खेल रही है।
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इसके अलावा केशव मौर्या ने एक बार फिर पीएफआइ पर बैन लगाने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि ईडी की रिपोर्ट के बाद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर यूपी सरकार की प्रतिबंध लगाने की सिफारिश को जल्द केंद्र सरकार मंजूर करेगी।
वहीं पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की ओर से सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में दाखिल अर्जी को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा कि अदालत जाना हर व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन यूपी सरकार इस संगठन की ओर से दाखिल याचिका पर हाईकोर्ट में पुरजोर ढंग से अपना पक्ष रखेगी।
वहीं सीएए को लेकर दिल्ली समेत यूपी के कई शहरों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि प्रदर्शन आम नागरिक नहीं, बल्कि किराए पर लाए जा रहे लोग कर रहे हैं। डिप्टी सीएम ने इसे अराजकता फैलाने की सुनियोजित साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि सीएए की खिलाफत को देश विरोधी ताकतें हवा दे रही हैं। साथ केशव मौर्या ने विपक्ष दलों पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे राजनीतिक दल मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए लोगों को भड़का रहे हैं।