आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का एक से दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बीकापुर (फैजाबाद) विधानसभा सीट के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह उर्फ बबलू आज भाजपा में शामिल हो गए। जितेंद्र सिंह बबलू का भाजपा में आना इसलिए चर्चा में है, क्योंकि वह रीता बहुगुणा जोशी के घर जलाने वाले कांड में आरोपित हैं।
इधर कुछ महीनों से वह लगातार भाजपा में सम्पर्क बनाए हुए थे, लेकिन पार्टी तय नहीं कर पा रही थी कि इन्हें शामिल किया जाए अथवा नहीं। वहीं आज अचानक एक कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की उपस्थिति में पार्टी में उनको शामिल कर लिया गया।
पूर्व विधायक जितेन्द्र सिंह उर्फ बबलू के अलावा लालगंज आजमगढ से कांग्रेस के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी पंकज मोहन सोनकर, सेवानिवृत्त पूर्व एयर कमोडोर श्याम शंकर तिवारी, बसपा के पूर्व कोआर्डिनेटर मनोज शर्मा, आगरा की समाजसेविका बीना लवानिया और रायबरेली से बसपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी प्रवेश सिंह आज भाजपा में शामिल हो गए।
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दरअसल, जितेंद्र सिंह 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी की तरफ से तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ कथित तौर पर की गयी एक अभद्र टिप्पणी के बाद उनके घर को जलाए जाने की कोशिश की गयी थी, जिसका आरोप बसपा विधायक बब्लू सिंह पर लगा था।
15 जुलाई 2009 को रीता बहुगुणा जोशी के घर को जलाए जाने के मामले में जितेन्द्र सिंह पर हुसैनगंज थाने में एक एफआईआर भी दर्ज हुई थी। जांच में उनका नाम सामने आने के बाद बबलू की गिरफ्तारी भी हुई थी। यहां यह बताना जरूरी है कि उस समय प्रेमप्रकाश लखनऊ के एसएसपी और हरीश कुमार एसपी पूर्वी थे।
इस मामले में बबलू के अलावा बसपा नेता इंतजार आब्दी का नाम भी सामने आया था। तब राज्य सरकार ने आब्दी को राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया था। इससे पहले बसपा सरकार में जितेन्द्र सिंह उर्फ बबलू को वाई श्रेणी की सुरक्षा भी प्रदान की गयी थी। अयोध्या के रहने वाले जितेन्द्र सिंह उर्फ बबलू 2007 में विधायक बने। बाद में बसपा से निकाले जाने बाद वह पीस पार्टी में शामिल हो गए थे।