बसपा को झटका दे सपा में शामिल हुए दद्दू प्रसाद, अखिलेश ने कही ये बातें

सपा में शामिल
प्रेसवार्ता में बोलते अखिलेश यादव।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मायावती को सोमवार को बड़ा झटका लगा है। बसपा सरकार में मंत्री रहे दद्दू प्रसाद ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। अखिलेश यादव ने खुद लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान अखिलेश ने दद्दू प्रसाद का स्वागत कर कहा कि खुशी की बात है कि हमारी पार्टी में बड़ी संख्या में लोग सदस्यता ले रहे हैं। ये सभी साथी पीडीए को बचाने, पिछड़े, शोषित समाज को बढ़ाने के लिए हमारे साथ आए हैं। दद्दू प्रसाद यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मानिकपुर सीट पर सपा का चेहरा हो सकते हैं। दद्दू प्रसाद यहां से पूर्व विधायक भी रह चुके हैं।

इंद्रजीत सरोज से लेकर बाबू सिंह कुशवाहा तक बसपा की कोर टीम के कई चेहरे अब सपा में हैं। वहीं अब दद्दू प्रसाद के अलावा सलाउद्दीन (नगर पालिका अध्यक्ष), देवरंजन नागर (बुलंदशहर) जगन्नाथ कुशवाहा भी सपा में शामिल हुए। इस दौरान लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर अखिलेश ने कहा कि मैं दद्दू प्रसाद और उनके समर्थकों का स्वागत करता हूं। अखिलेश ने कहा कि आज सपा में बड़ी संख्या में लोग सदस्यता ले रहे हैं। दद्दू प्रसाद का मैं स्वागत करता हूं, उनके सभी साथियों का स्वागत है। सलाउद्दीन साहब से भी कई बार चर्चा हुई, वो भी आज आये हैं। देवरंजन, पहले से जुड़े रहे हैं, वो भी पार्टी को मजबूत करेंगे अन्य साथियों का भी स्वागत है। ये पीडीए की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे।

वहीं प्रेसवार्ता में अखिलेश ने राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के घर हुए हमले पर कहा कि अगर उनको कुछ भी होगा तो उसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की होगी। क्योंकि वो खुद उस संगठन (करणी सेना) पर हाथ रखे हैं। सीएम ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं। जिस तरह से हिटलर के जमाने में होता था। वही इस सरकार में हो रहा है। इतना ही नहीं एक अंडरग्राउंड फौज तैयार कर रखी है। जो समय-समय पर थाने और तहसील में लोगों को अपमानित कर रही है। हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा अपनी नाकामी छिपाने के लिए कम्युनल रास्ता अपना रही है। खासकर सबसे अयोध्या हारी है। तब से और कानून तोड़ने पर उतारू है। पूरे यूपी पर गोरखपुर के लोग राज कर रहे हैं।

गोरखपुर ही चला रहा पूरा यूपी

अखिलेश ने कहा कि पूरा यूपी गोरखपुर ही रूल कर रहा है। सीएम जब-जब गोरखपुर जाते हैं, वहां से लौटकर आते है। उसी बीच हत्या हो जाती है। कोई ऐसी विजिट उठाकर देख लीजिए, जब ऐसा न हुआ हो। वो जब लौटते हैं तुरंत हत्या हो जाती है। पूरा यूपी गोरखपुर के लोग ही चला रहे हैं।
प्रयागराज के एक मंत्री का बिना नाम लिए अखिलेश ने कहा कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने पिछले दस साल में प्लॉट जितने भी थे वो दो से तीन लोगों को एलॉट कर दिए।

न डीएम बोलेगा न कमिश्नर

 प्रयागराज में गाजी की दरगाह पर युवकों के झंडा फहराने  पर अखिलेश ने कहा युवकों पर कार्रवाई इसलिए नहीं हो रही है कि करने वाला सीएम की जाति का है। इसलिए उसे न एसओ बोलेगा, न एसपी बोलेगा। न डीएम बोलेगा न कमिश्नर बोलेगा। हम लोग इसीलिए कहते थे कि संविधान खतरे में हैं। बाबा साहब का संविधान हमारे लिए संजीवनी है। हमें सम्मान दिलाता है। पुलिस जो देखकर टांग पर गोली मारती है। ये सब सीएम के इशारे पर हो रहा है। क्योंकि उन्हें नाकामी छिपानी है।

गंगाजल से धुलवाती है भाजपा

हम या दद्दू प्रसाद जी किसी मंदिर में जाएं तो बीजेपी उसे गंगा जल से धुलवाती है। मैं एक मंदिर में गया था, वहां ब्राह्मण मना कर रहे थे कि रहने दो । मगर बीजेपी वालों ने मंदिर को धुलवाया। पीडीए के लोगों को यह तकलीफ हमेशा उठानी पड़ती है। इसीलिए हम एकजुट हो रहे। योगी कहते रहते हैं कि 80 20 की लड़ाई है। हम पूछते हैं कि हम 80 में हैं कि 20 में। मैं कहना चाहता हूं कि लड़ाई 90- 10 की है। हम लोगों के जाने के बाद मंदिर न धोया जाए इसके लिए क्या किया जाए।

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बता दें कि दद्दू प्रसाद को मानिकपुर विधानसभा सीट से सपा का उम्मीदवार बनाए जाने की भी चर्चा है। वह बुंदेलखंड क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता रहे हैं। उनका जन्म चित्रकूट जिले के एक साधारण परिवार में हुआ था। राजनीति में कदम रखने से पहले वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे और दलित समुदाय के उत्थान के लिए काम किया। 2007 में जब मायावती के नेतृत्व में बसपा की सरकार बनी, तब दद्दू प्रसाद को मंत्रिमंडल में जगह मिली। वे मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रहे। हालांकि, बाद में बसपा के भीतर बदलते समीकरणों और नेतृत्व से मतभेद के चलते उनका प्रभाव कम होता गया। दद्दू प्रसाद का सपा में जाना बसपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

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