आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पिछले दिनों रमेश बिधुड़ी के संसद में दिए गए बेहद शर्मनाक बयान के बाद सुर्खियों में आए बहुजन समाज पार्टी सांसद दानिश अली को बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बसपा का आरोप है कि दानिश अली पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे।
बसपा ने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि सांसद दानिश अली ऐसी गतिविधियों में शामिल थे जिन्हें पार्टी विरोधी माना गया और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। साथ ही लेटर में कहा गया कि “आपको (दानिश अली) को कई बार मोखिक तौर पर बताया गया है कि आप पार्टी की नीतियों, विचारधारा व अनुशासन के विरुद्ध जाकर कोई भी बयानबाजी आदि ना करें, लेकिन इसके बाद भी आप पार्टी के विरुद्ध जाकर काम करते रहे हैं।
आपको पार्टी ने अमरोहा से चुनाव जिताकर संसद में भेजा, लेकिन आपने पार्टी के विरुद्ध जाकर कई फैसले किए हैं इसलिए आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित किया जाता है।” सतीश चंद्र मिश्रा ने लिखा है कि कर्नाटक चुनाव के नतीजों के बाद देवगौड़ा के अनुरोध पर आपको अमरोहा से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में उतारा गया था।
बसपा की तरफ से टिकट दिए जाने से पहले देवगौड़ा ने ये आश्वासन दिया था कि आप बहुजन समाज पार्टी का टिकट मिलने के बाद बहुजन समाज पार्टी की सभी नीतियों व निर्देशों का सदैव पालन करेंगे और पार्टी के हित में ही कार्य करेंगे। इस आश्वासन को आपने भी उनके सामने दोहराया था। इसी आश्वासन के बाद ही आपको बीएसपी की सदस्यता ग्रहण कराई गई थी।
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आपको अमरोहा से चुनाव लड़ाकर और जीताकर लोकसभा भेजा गया था। अब आप अपने दिए गये आश्वासनों को भूलकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। अब पार्टी के हित में आपको बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
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संसद में रमेश बिधुड़ी के शर्मनाक बयान से उठा था विवाद
बसपा सांसद दानिश अली पिछले दिनों काफी सुर्खियों में रहे। वजह थी संसद में भाजपा सांसद रमेश बिधुड़ी ने उनको लेकर बेहद शर्मनाक बयान दिया था। बीजेपी सांसद ने बेहद भड़काऊ बातें दानिश अली को लेकर कह दी थीं, जिसके बाद काफी विवाद हुआ, सांसद बिधुड़ी के बयान को सांप्रदायिक बयान कहा गया और मामला काफी आगे बढ़ा। बाद में रमेश बिधूड़ी को दानिश अली से माफी मांगनी पड़ी। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने भाजपा सांसद को सदन से बाहर किए जाने की मांग भी की थी।