आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ में सोमवार उस समय राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई जब वीआईपी गेस्ट हाउस में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात की।
चंद्रशेखर के नई पार्टी बनाने की घोषणा के बाद यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। दोनों के बीच बंद कमरे में हुई मुलाकात के बाद से लोग अलग-अलग कयास लगा रहे हैं। माना जा रहा है कि दोनों की मुलाकात उत्तर प्रदेश में नए समीकरण को जन्म दे सकती है।
कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। सुभासपा की अगुआई में बनी भागीदारी संकल्प मोर्चा में भीम आर्मी शामिल हो सकती है। 2022 के चुनाव से पहले सभी पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यकों को एक करने की कोशिश इस गठबंधन के सहारे हो सकती है।
पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर घंटाघर जानें की नहीं दी इजाजत
चंद्रशेखर ने बताया कि वह घंटाघर में चल रहे आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए वहां जाना चाहते थे पर पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर वहां जाने की इजाजत नहीं दी। चंद्रशेखर ने कहा कि सीएए, एनपीआर व एनआरसी के खिलाफ चल रहे आंदोलन में अब एससी, एसटी व ओबीसी बड़ी भूमिका निभाएंगे।
राजनीति महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि मजबूरी
वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर का कहना है कि राजनीति उनकी महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि मजबूरी है। उन्होंने बताया कि पार्टी अपने मौजूदा स्वरूप में संगठन के समानांतर काम करती रहेगी। चंद्रशेखर ने कहा कि वह दिसंबर में एक राजनीतिक दल के गठन की घोषणा करना चाहते थे, लेकिन सीएए लागू होने के कारण यह काम रुक गया। उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ लड़ना चुनाव लड़ने से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया था।
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मालूम हो कि इससे पहले रविवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी। चंद्रशेखर की नई पार्टी का औपचारिक ऐलान होली के बाद 15 मार्च को होगा। चंद्रशेखर की नई पार्टी के ऐलान के साथ ही बसपा में हलचल बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि चंद्रशेखर की नई पार्टी में बसपा के कई पूर्व एमएलसी और लोकसभा प्रत्याशी शामिल हो सकते हैं।
पार्टी के गठन के सिलसिले में रविवार को चंद्रशेखर लखनऊ पहुंचे थे। डालीबाग के वीआइपी गेस्ट हाउस में चंद्रशेखर से कई लोगों ने मुलाकात की। इसमें बहुजन समाज पार्टी के कई पूर्व नेता शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान कई पूर्व एमएलसी और लोकसभा के प्रत्याशी रहे नेताओं ने चंद्रशेखर से मुलाकात की।