आरयू वेब टीम। तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार को फिर जामा मस्जिद पहुंचे। कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा करते हुए दिल्ली छोड़ने के लिए कहा था। उन्हें शुक्रवार रात नौ बजे से पहले दिल्ली छोड़नी है। वहीं दिल्ली छोड़ने की डेडलाइन पूरी होने से पहले चंद्रशेखर ने जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर प्रदर्शनकारियों के साथ बैठकर संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।
रिहाई के बाद चंद्रशेखर शुक्रवार को रविदास मंदिर और शीशगंज गुरुद्वारे व चर्च भी गए। वहीं जामा मस्जिद पहुंचे चंद्रशेखर ने कहा कि हमारा आंदोलन संवैधानिक रूप से जारी रहेगा जब तक की ये कानून वापस नहीं लिया जाता है। इसी के साथ भीम ऑर्मी चीफ ने कहा कि जो लोग मुल्क को बांटना चाहते हैं, हम उनके खिलाफ हैं।
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भीम आर्मी प्रमुख को गुरुवार की रात तिहाड़ जेल से रिहा किया गया। चंद्रशेखर को पुरानी दिल्ली के दरियागंज में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। आरोप था कि आजाद के संगठन ने पुलिस की अनुमति के बगैर 20 दिसंबर को सीएए के खिलाफ जामा मस्जिद से जंतर-मंतर तक मार्च का आयोजन किया था।
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गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को जमानत दी थी अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कामिनी लाउ ने उन्हें कुछ शर्तों के साथ राहत दी थी। आजाद को जमानत देते हुए अदालत ने कहा था कि वह चार हफ्तों तक दिल्ली नहीं आ सकेंगे और चुनावों तक कोई धरना आयोजित नहीं करेंगे। अदालत ने यह भी कहा था कि सहारनपुर जाने से पहले आजाद जामा मस्जिद समेत दिल्ली में कही भी जाना चाहते हैं, तो पुलिस उन्हें एस्कॉर्ट करेगी।