चौथी बार कर्नाटक के CM बने येदियुरप्पा ने कही ये बातें, नाम की स्‍पेलिंग में भी किया बदलाव

बीएस येदियुरप्पा

आरयू वेब टीम। कर्नाटक में मचे सियासी घमासान के बाद शुक्रवार को कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा चौथी बार कर्नाटक के सीएम बनें। आज  राज्यपाल वजुभाई वाला ने उन्हें राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सीएम बनने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने 29 जुलाई सोमवार को विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने का फैसला लिया है।

वहीं कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनने के बाद आज बीएस येदियुरप्पा ने  कहा कि पिछली सरकार में गवर्नेन्स नहीं था। हमें इसका समाधान करने की जरूरत है। हम अच्छी तरह दिखाएंगे कि हमारी सरकार, पिछली सरकार से किस तरह अलग है। उन्होंने कहा कि बदले की राजनीति नहीं करूंगा। हम सब कुछ भूलकर आगे बढ़ेंगे।

इसके साथ ही येदियुरप्पा ने आज बैठक कर प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत किसानों को छह हजार रुपए वार्षिक देने और 100 करोड़ बुनकर लोन माफ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि किसानों को इस योजना की पहली किश्त में चार हजार दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री किसान योजना के अलावा मैं लाभार्थियों को 2000 रुपये की दो किस्त भी प्रदान करूंगा।’

वहीं आज येदियुरप्पा ने शपथ लेने से पहले अपने नाम की स्पेलिंग में बदलाव किया है। बीएस येदियुरप्पा ने अपने नाम की अंग्रेजी स्पेलिंग अंकशास्त्रियों से सलाह-मशविरा करने के बाद Yeddyurappa से ‘डी’ को हटाकर ‘आई’ जोड़कर Yediyurappa कर लिया है। नाम की स्पेलिंग बदलने के पीछे वह मानते हैं कि Yeddyurappa उनके लिए लकी साबित नहीं हुआ है। खासतौर पर इसलिए कि उन्होंने अपने पिछले तीन प्रयासों में पूरे पांच साल का कार्यकाल नहीं कर सके।

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इससे पहले बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। येदियुरप्पा को 31 जुलाई तक कर्नाटक विधानसभा में विश्‍वास मत हासिल करना होगा। हालांकि इस नई सरकार पर भी संकट के बादल अभी से मंडरा रहे हैं। दरअसल गुरुवार को ही स्पीकर रमेश कुमार ने तीन बागी विधायकों को दल-बदल रोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित कर दिया है। इसके अलावा 14 बागी विधायकों के इस्तीफे पर स्पीकर ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। इस तरह असेंबली की स्ट्रेंथ अब भी 222 बनी हुई है। ऐसे में बहुमत साबित करने के लिए येदियुरप्पा को 112 विधायकों का समर्थन चाहिए होगा, जबकि उनके पास अभी 106 विधायकों का ही समर्थन है।

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साथ ही बताते चलें कि येदियुरप्पा कर्नाटक के शिकारीपुर विधानसभा सीट से नौ बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। वहीं 2014 में शिमोगा संसदीय क्षेत्र से उन्होंने लोकसभा चुनाव जीता था। भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से येदियुरप्पा ने 2008 में कर्नाटक में पहली बार अपनी सरकार बनाई थी।

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