आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बात नहीं मानने पर मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने एक विधायक को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। मायावती ने आज शाम खुद ही इस फैसला का ऐलान कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार के गिरने के बाद किया है।
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यूपी की पूर्व सीएम ने अपने फैसले की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट देने के पार्टी हाईकमान के निर्देश का उल्लंघन करके बीएसपी विधायक एन महेश आज विश्वास मत में अनुपस्थित रहे, जो अनुशासनहीनता है जिसे पार्टी ने अति गंभीरता से लिया है। इसलिए एन महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
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बताते चलें कि कर्नाटक के इकलौते बीएसपी विधायक एन महेश ने कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक के दौरान कुछ दिनों पहले दावा किया था कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने उनसे वोटिंग से दूर रहने को कहा है, इसीलिए वो विश्वास मत प्रस्ताव में गैरहाजिर रहेंगे।
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वहीं बसपा विधायक के इस दावे के सामने आने के बाद बीती 21 जुलाई को मायावती ने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में विधायक सरकार के पक्ष में वोट करेंगे।
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मायावती के इस फैसले के सार्वजनिक होने के बाद एन महेश का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। उनका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ हो गया था, जिसके बाद बीएसपी विधायक एन महेश को खोजने के लिए मायावती ने अशोक सिद्धार्थ को कर्नाटक भेजा था। हालांकि इन सब कावयदों के बाद भी आज एन महेश ने कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में वोट नहीं किया।