चुनाव आयोग का अफसरों को निर्देश, वोटर आइडी व मतदाता की पहचान करना पुलिस का काम नहीं

चुनाव आयोग

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को होने वाली वोटिंग से पहले यूपी निर्वाचन आयोग ने अफसरों को निर्देश दिया है कि पुलिस वाले किसी महिला का बुर्का हटवाकर चेहरा नहीं चेक कर सकते हैं। साथ ही पुलिस वालों को किसी वोटर का पहचान पत्र भी चेक करने का अधिकार नहीं है। ईसी ने इस बारे में जिलाधिकाारियों को निर्देश जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि पुलिस का काम सुरक्षा और शांति व्यवस्था देखना है।

इस संबंध में यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि पुलिसवालों को वोटरों के पहचान पत्र चेक करने या महिला वोटरों के हिसाब/बुर्का को उठाकर चेहरा चेक करने का अधिकार नहीं है। ये अधिकार केवल हमारे पोलिंग स्टाफ को है। पोलिंग के कर्मचारी और पीठासीन अधिकारी ही वोटर कार्ड चेक कर सकते हैं। इस बारे में सभी जिलाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।

वहीं अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्रशेखर की तरफ से सभी पुलिस आयुक्तों, जिलों के पुलिस कप्तानों और जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ज्ञापन के जरिए मतदाताओं की पहचान पुलिसबल द्वारा न किये जाने के संबंध में अनुरोध किया गया है।

इस संबंध में अवगत कराना है कि मतदान के दिन मतदाताओं की पहचान पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम द्वारा ही की जाती है। इस संबंध में हैण्डबुक फॉर रिटर्निंग आफिसर, 2023 के प्रस्तर 13.28 में मतदाताओं की पहचान के संबंध में विस्तृत प्राविधान उल्लिखित हैं। मतदाताओं की पहचान पुलिस बल द्वारा नहीं की जाती है बल्कि पुलिसबल का मुख्य उद्देश्य मतदान के दिन शांति व्यवस्था स्थापित किया जाना है।

अतः उक्त निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किये जाने के लिए सभी संबंधित को निर्देशित कर दें। ताकि मतदेय स्थल पर किसी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो और मतदान शांतिपूर्ण एवं सुचारू रूप से संपन्न हो सके। इसी तरह महिला /पर्दानशीं मतदाताओं की पहचान के संबंध में प्राविधान किए गए हैं।

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बता दें कि समाजवादी पार्टी ने मंगलवार की सुबह ही चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इस बारे में पुलिस की शिकायत करते हुए अपील की थी। सपा ने पत्र में लिखा था कि वोटर कार्ड चेक करने और महिलाओं का बुर्का, नकाब, हिसाब हटाकर चेक करने के बहाने पुलिस वाले मतदान को धीमा करना चाहते हैं। सपा ने चुनाव आयोग से इस बारे में स्पष्ट निर्देश देने की मांग की थी।

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