आरयू वेब टीम।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस कुरियन जोसेफ ने अपने पद से रिटायर होने के बाद एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोमवार को पूर्व में की प्रेसवर्ता की वजह बताते हुए कहा कि उन्हें लगा था कि तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा को कोई बाहर से कंट्रोल कर रहा है। जस्टिस कुरियन ने यह भी कहा कि उन्हें प्रेसवार्ता करने का कोई मलाल नहीं है।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जस्टिस दीपक मिश्रा के सीजेआइ बनने के बाद बाहरी प्रभाव होने के कई उदाहरण थे, जिसमें जजों की नियुक्ति से लेकर बेंच के मामले भी शामिल रहे। उन्होंने कहा ‘तत्कालीन सीजेआइ किसी बाहरी स्रोत के दबाव में काम कर रहे थे। उस समय वो एक बाहरी स्रोत के रिमोट कंट्रोल बने हुए थे।
वहीं प्रेसवार्ता के सवाल पर जस्टिस कुरियन ने बताया कि इस प्रेस कांफ्रेंस का आइडिया जस्टिस चेलमेश्वर का था, लेकिन इसमें हम सबकी सहमति थी। उन्होंने कहा कि कोई बाहरी मुख्य न्यायाधीश को नियंत्रित कर रहा था। हमें कुछ ऐसा ही महसूस हुआ, इसलिए हम उससे मिले और उससे सुप्रीम कोर्ट की आजादी और गौरव बनाए रखने के लिए कहा।
बता दें कि इसी साल 12 जनवरी को चार जजों ने प्रेसवार्ता कर मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी थी। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय की आजादी का सवाल उठाया था। इस दौरान जस्टिस कुरियन जोसेफ के अलावा जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस रंजन गोगोई भी शामिल थे।