आरयू वेब टीम। दिल्ली सरकार द्वारा छठ पूजा के आयोजन पर रोक के बाद भाजपा ने इसको लेकर आक्रमक रूख अखित्यार किया था और केजरीवाल सरकार की खूब आलोचना भी हो रही थी, लेकिन इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छठ पूजा आयोजन को लेकर अब गेंद केंद्र के पाले में डाल दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एलजी अनिल बैजल को राष्ट्रीय राजधानी में छठ पूजा को लेकर पत्र लिखा है, जिसमें सार्वजनिक रूप से छठ पूजा मनाने की अनुमति मांगी है।
केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को लिखे पत्र में कहा कि दिल्ली में कोविड की स्थिति बेहतर है। मेरे विचार में, हमें सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए छठ पूजा की अनुमति देनी चाहिए। साथ ही कहा कि डीडीएमए की बैठक जल्द से जल्द बुलाकर छठ पूजा समारोह के आयोजन की अनुमति दी जानी चाहिए।
वहीं केजरीवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान आदि पड़ोसी राज्यों ने भी अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए उचित प्रतिबंधों के साथ छठ पूजा मनाने की अनुमति दी है।
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केजरीवाल ने पत्र में ये भी लिखा कि दिल्ली के लोग बड़ी आस्था के साथ छठ मनाते हैं। ये त्योहार हमारी वैदिक आर्य संस्कृति का अहम हिस्सा है। छठ पूजा पर सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य, समृद्धि आदि सुखों का लाभ होता है। दिल्ली में पिछले तीन महीनों से कोविड महामारी नियंत्रण में है। उन्होंने लिखा है, ‘मेरा विचार है कि कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखते हुए छठ पूजा मनाने की अनुमति देनी चाहिए।
मालूम हो कि डीडीएमए ने 30 सितंबर को अपने आदेश में कोविड-19 से उत्पन्न खतरे के मद्देनजर नदी के किनारे, जलाशयों और मंदिरों सहित सार्वजनिक स्थानों पर छठ कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगा दी थी, जिसके कारण दिल्ली भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया था।
मनोज तिवारी ने कहा था कि छठ पूजा पर जो रोक लगाई गई है उसके खिलाफ वो आंदोलन करेंगे। जिसके बाद छठ पूजा पर दिल्ली सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के बाद बीजेपी के नेता बड़ी तादाद में सीएम के आवास के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे।