आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। फर्रुखाबाद जिले के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 49 बच्चों जान जाने के बाद आज मृतक के परिवारवालों से मिलने और वस्तु स्थिति की जानकारी के लिए कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष राजब्बर के नेतृत्व में फर्रूखाबाद पहुंचा। जहां राजबब्बर ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोलने के साथ ही प्रदेश सरकार को संवेदनहीन करार दिया।
वहीं महमदपुर अमलइया एवं जहानगंज के गांव जलालपुर में मृतक बच्चों के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करने के साथ ही उन्हें सांत्वना दिया। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने लोहिया अस्पताल में भर्ती मरीजों का हालचाल लिया और बच्चों की मौतों के संबंध में पूरी घटना की जानकारी प्राप्त की।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह ने मीडिया को बताया कि पूरी जानकारी लेने के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने प्रेसवार्ता आयोजित कर स्थानीय मीडिया को यह मुद्दा उठाने के लिए धन्यवाद देने के साथ ही कहा कि योगी सरकार पूरी तरह से संवेदनहीन हो चुकी है। वह इस घटना को दबाने में लगी रही, सरकार का व्यवहार बहुत ही शर्मनाक है। एक जांच कमेटी बनाकर इसमें लीपापोती करना चाह रही है।
वहीं योगी आदित्यनाथ मथुरा में आरएसएस के कार्यक्रमों में जा रहे हैं। अपने कुछ खास लोगों से मिलने के लिए समय निकाल रहे हैं। उत्तर प्रदेश की स्थिति काफी खराब है गोरखपुर, वाराणसी, बुलन्दशहर, बहराइच, फर्रूखाबाद में लगातार बच्चों की मौतें हो रही हैं लेकिन उसपर ध्यान देने के लिए उनके पास समय नहीं है।
प्रदेश की जनता ने भाजपा जो बड़ा जनादेश दिया, भाजपा ने आम जनता को ठगने का काम किया है। दिल्ली और यूपी में भाजपा सरकार है एनआरएचएम फण्ड में कटौती की गयी है, इसी कारण चिकित्सीय और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से मौतें हो रही हैं। जो वैक्सीन गोरखपुर में लगनी चाहिए थी नहीं लग पाये हैं। न आक्सीजन मिल रही है, एम्बुलेंस खड़ी हैं डीजल न होने से नहीं चल पा रही हैं चुनाव के दौरान जनता से जो वादे किए थे उसमें पूरी तरह फेल हैं।
गोरखपुर के बीआरडी हादसे से भी सरकार नहीं चेती और बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। उन्होने कहा कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हम लोगों के सामने डॉक्टरों की कमी होने की बात सामने आई है। जहां 11 डाक्टरों की जरूरत है वहां दो ही डाक्टर मिले हैं, बच्चों के वार्ड में चार डाक्टरों की जरूरत है तो एक ही डाक्टर उपलब्ध है, जबकि नवजातों को 24 घण्टे देखरेख चाहिए। मुख्यमंत्री बच्चों की जान बचाने में कम अधिकारियों और मंत्रियों को बचाने में लगे हैं उनकी प्राथमिकता बच्चों को बचाने की नहीं है। उन्होने मांग की है कि मृतक बच्चों के परिजनों केा न्याय मिले और इन मौतों के जिम्मेदार दोषियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए।
प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही सांसद प्रमोद तिवारी एवं संजय सिंह, विधायक अराधना मिश्रा ‘मोना’ एवं विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह, प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिमा सिंह, पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद, फर्रूखाबाद के जिला/शहर अध्यक्ष एवं स्थानीय कांग्रेस के नेता भी अस्पताल व पीडि़त परिवार वालों से मिलने पहुंचे थे।