CM से मिले मीट कारोबारी, हड़ताल खत्‍म, योगी ने कहा अफसर जाति-धर्म देखकर न करें कार्रवाई

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फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। कई दिनों से अगर आप मीट-मुर्गा खाने के लिए बेचैन है तो यह बेचैनी आपकी अब दूर हो जाएगी। करीब एक हफ्ते भर से हड़ताल पर चल रहे मीट व्‍यापारियों से आज सीएम आदित्‍यनाथ योगी ने अपने आवास पर मुलाकात की। मुख्‍यमंत्री को अपनी दिक्‍कत बताने के बाद कारोबारियों ने हड़ताल समाप्‍त कर दी।

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सिराजुद्दीन कुरैशी के नेतृत्‍व में मिले व्‍यापारियों ने मुख्‍यमंत्री को प्रदेश भर में लाखों लोगों के बेरोजगार होने की बात बताई। इसके साथ ही उन्‍होंनें यह भी कहा कि पुलिस और नगर निगम कई लोगों को लाइसेंस होने के बाद भी परेशान कर रहा है। साथ ही उन्‍होंने पुलिस और नगर निगम पर अवैध वसूली का भी आरोप लगाया।

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करीब आधे घंटे की बातचीत में आदित्‍यनाथ योगी ने दिक्‍कतों को देखते हुए व्‍यापारियों को भरोसा दिलाया कि वैध तरीके से काम करने पर उन्‍हें कोई परेशान नहीं करेगा। सरकार की ओर से यह साफ किया गया है कि कारोबारियों को एनजीटी के आदेश का पालन करने के साथ ही तय मानकों को पूरा करना होगा। सरकार की छवि निष्‍पक्ष बनाए रखने के लिए सीएम ने यह भी आदेश दिया है कि अधिकारी जाति और धर्म देखकर कार्रवाई ना करें।

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बैठक में स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी मौजूद थे। बैठक खत्म होते ही उन्होंने कहा कि भारत का नागरिक होने के नाते सभी की जिम्मेदारी है कि कोई भी काम गैरकानूनी रूप में ना करें। उन्हें जो भी काम करना है उसके लिए कानूनी रूप से मान्यता लेना जरूरी है।

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सिराजुद्दीन कुरैशी ने मुलाकात के तुरंत बाद मीट कारोबारियों से काम पर लौटने की अपील कर दी। उन्होंने कहा, मैं सभी से काम पर लौटने की अपील करता हूं। हमें लाइसेंस लेकर काम शुरू करना होगा। आगे कहा कि सरकार ने भरोसा दिया है कि वह इसमे हमारी मदद करेगी।

बता दें कि अवैध बूचड़खानों पर योगी सरकार की सख्‍ती के बाद मीट कारोबारी हड़ताल पर चले गए थे। उनका साथ देने के लिए कई जगाहों पर मुर्गों और मछली वालों तक ने अपनी दुकानें बंद कर दी थी।