आरयू ब्यूरो,लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बेसिक शिक्षा के अनुदेशकों का मानदेय दो हजार रुपये बढ़ाने का ऐलान किया है। इसके अलावा स्कूल की हर रसोइये को साल में दो साड़ी, हेयर कैप और एप्रन दिया जाएगा। इसके अलावा रसोइये को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर बीमा भी मिलेगा।
आज एक कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने अनुदेशकों व रसोइयों को संबोधित करते हुए कहा कि 2017 के चुनाव में अगर भाजपा सत्ता में न आई होती तो हजारों सरकारी स्कूल बंद हो जाते और आप सब की नौकरी भी न बचती। पहले की सरकार सिर्फ एक परिवार की सरकार थी। उन्हें न तो शिक्षा से मतलब था और न ही विकास से। भाजपा सरकार के प्रयासों से अब प्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
योगी ने कहा कि भाजपा राज में प्रदेश में कानून का शासन स्थापित हुआ है। अब माफिया प्रदेश छोड़ कर भाग रहे हैं। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में बड़े परिवर्तन किए गए हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या बढ़ी है। योगी ने कहा कि पिछले 20-22 महीनों को छोड़ दे तो यूपी के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 54 लाख बच्चे पढ़े हैं। ये 54 लाख बच्चे बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में ऐसे ही नहीं पढ़े हैं। उसके पीछे शिक्षकों, रसोइयों और अच्छा और गर्म खाना खिलाने वाले रसोइयों का योगदान है। सबने सहयोग किया तो ये चीजें आगे बढ़ीं।
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वहीं ऑपरेशन कायाकल्प का उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि इसके जरिए लोगों के सहयोग से हम स्कूलों का विकास कर रहे हैं। पुरातन छात्र परिषद के गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ी। बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों से एक-एक विद्यालय घूमने को कहा। परिणाम स्वरूप 1.56 लाख विद्यालयों में से 1.30 लाख विद्यालयों का कायाकल्प हो गया।
सीएम ने कहा कि 2017 के पहले 75 प्रतिशत बालिकाएं और 40 प्रतिशत बच्चे नंगे पैर विद्यालयों को जाते थे। यूनिफार्म सही नहीं थी। हमने बच्चों को दो अच्छी यूनिफार्म, बैग, स्वेटर, कॉपी-किताब के साथ जूता-मोजा भी देना शुरू किया। कोरोना काल में दिक्कत आई तो डायरेक्ट ट्रांसफर कर 11 सौ रुपए सीधे अभिभावकों के खाते में पैसा भेजा। जो आरोप-प्रत्यारोप लगते थे वे बंद हो गए। सीएम ने बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाया गया। रसोइयों को ग्राम प्रधान जबरन निकाल देते थे। उस पर रोक लगाई गई। उन्हें सुरक्षा कवर दिया गया।