आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ पूजा (दस नवंबर) और कार्तिक पूर्णिमा’ (19 नवंबर) को सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व सहित कार्तिक मास के मेलों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ये सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि लोगों को मेलों के आयोजन की अनुमति लेने में कोई समस्या न हो, क्योंकि यह ‘हमारी संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग’ है। बयान में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘छठ पर्व लोक आस्था का एक प्रमुख पर्व है। इस पर्व में आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य की उपासना की जाती है।’
योगी ने कहा, ‘हमारे देश में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की समृद्ध परंपरा व संस्कृति है। प्रकृति के साथ मानव के जुड़ाव का सन्देश देने वाला छठ पर्व इसी समृद्ध परम्परा का जीवन्त उदाहरण है।’ मुख्यमंत्री ने लोगों से छठ पर्व के समस्त अनुष्ठानों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करने की अपील की।
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वहीं यूपी विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने लोक आस्था के महापर्व छठ के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके सुख-समृद्धि व दीर्घायु होने की कामना की। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि छठ पूजा धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का लोक पर्व है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने अपने संदेश में कहा है कि छठ पूजा धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का लोकपर्व है।