आरयू ब्यूरो लखनऊ। राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद सभी जिलों में हाई अलर्ट कर दिया है। जिसके बाद राज्यों में रामनवमी व शोभायात्राओं के कारण बढ़े सामाजिक तनाव को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी कर दिया हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अफसरों के साथ बैठक में कहा कि प्रदेश में कोई भी शोभायात्रा और धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए।
साथ ही जुलूस की अनुमति देने से पूर्व आयोजकों से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए और इस दौरान किसी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए। माहौल खराब हुआ तो हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी।
सीएम ने कहा कि अपनी धार्मिक विचारधारा के हर किसी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। पूर्व से अनुमति से जहां माइक लगे हैं वहां माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर नए माइक लगाने की अनुमति न दें।
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प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए योगी ने कहा कि विगत कुछ दिनों से कोविड के नए केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर हमें सतर्क रहना होगा। यथा आवश्यक स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाए।
इसके अलावा योगी ने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि आने वाले दिनों में नए पॉजिटिव केस में इजाफा देखने को मिले, किंतु वायरस का यह वैरिएंट सामान्य वायरल की तरह ही है। कोविड टीका लगवा चुके लोगों के लिए खतरे की संभावना शून्य है। लोगों को बताया जाए कि घबराने की कोई जरूरत नहीं, लेकिन सतर्कता, सावधानी बनाये रखनी होगी।