आरयू ब्यूरो, लखनऊ। दिवाली के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जनता से अपील की कि वे पर उन लोगों की मदद करें जो दीप जलाने या मिठाइयां खरीदने में असमर्थ हैं। एक कार्यक्रम को संबोधित कर सीएम ने कहा की मैं आप सबसे से आग्रह करूंगा कि दीपावली और पर्व की खुशी तभी और उत्साहपूर्ण हो पाएगी जब हर गरीब तक हमारी खुशी पहुंचे। कम से कम एक परिवार में आपकी दीपावली की मिठाई पहुंचनी चाहिए। आपको अपने स्तर पर यह प्रयास जरूर करना चाहिए।
साथ ही कहा कि पर्व और त्योहार के पीछे का हित ही यही है कि जहां तक उजाला न पहुंचे, वहां एक दीप जलाने के लिए हम सब खड़े होकर जाएंगे। जिन झोपड़िया में, जिन गरीबों के पास अभाव है, अगर वहां हम भी दीपावली पर मिष्ठान लेकर के जाएं, एक दीप उनके घर में भी जला लें, उनके घर में भी खुशी को बांट लें, तो पर्व और त्योहार का उत्साह एक नई उमंग के साथ ‘नए भारत’ को ‘विकसित भारत’ बनाने में देर नहीं लगाएगा। योगी ने कहा कि इस “त्रेतायुग की स्मृति को आगे बढ़ाने” के लिए भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया है।
इस दौरान अयोध्या के अभिरामदास वार्ड में निषाद समुदाय की एक कॉलोनी का दौरा करते हुए योगी ने कहा, ‘जब भगवान राम वनवास के लिए जा रहे थे, तब निषादराज पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने भगवान राम की सहायता की। वह पहले ऐसे व्यक्ति थे जिनसे भगवान राम की मित्रता हुई। ये मित्रता त्रेतायुग से आज तक जारी है।’
मठ-अखाड़ों में योगी ने भेंट किया उपहार
इस अवसर पर सीएम योगी ने यहां संतों से भेंट भी की और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं। वहीं योगी ने विभिन्न अखाड़ों और मठों में पहुंचकर संतों का हालचाल जाना और दिवाली पर उपहार भेंट किया। वह सबसे पहले दिगंबर अखाड़े पहुंचे, जहां उन्होंने महंत सुरेश दास से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच प्रदेश और समाज से जुड़े विषयों पर चर्चा भी हुई।
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एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश ने दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। एक, पूरे शहर में 26,17,215 दीप जलाने का, और दूसरा, 2,128 वैदिक विद्वानों, पुरोहितों व साधकों द्वारा एक साथ सरयू आरती करने का। दोनों उपलब्धियों की पुष्टि ड्रोन के जरिए की गई और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने इसे प्रमाणित किया।