शिक्षकों को सम्मानित कर बोले CM योगी, अपने कर्म और व्यक्तित्व से भी शिक्षक को दिखना चाहिए आदर्श

शिक्षकों को सम्मानित
कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम योगी।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आप नई पीढ़ी के निर्माण का काम कर रहे हैं। जो पीढ़ियां बनेंगी वे जीवन भर याद आपको रखेंगी। यदि हमारे शिक्षक नहीं होते तो आज हम यहां तक नहीं पहुंच पाते, आगे नहीं बढ़ पाते। शिक्षकों का योगदान हमें अपने व्यक्तित्व के निर्माण और चुनौतियों से लड़ने के लिए प्रेरित करता रहता है। अल्प संसाधनों और कम वेतन के साथ काम किया। उस समय जो मेहनत की उससे आज पीढ़ियां बनी हैं और आप भी वही काम कर सकते हैं। आप भी अपने विद्यार्थियों के लिए वंदनीय बन सकते हैं

उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस के अवसर अध्यापकों को सम्मानित कर कही। इस मौके पर सीएम ने अध्यापकों से वर्तमान पीढ़ी को बेहतर बनाने के लिए यथासंभव कड़ी मेहनत करने का आह्वान कर मॉर्निंग असेंबली को पाठ्यक्रम का नियमित हिस्सा बनाने को कहा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 94 शिक्षकों को सम्मानित किया और 2.09 लाख टैबलेट वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने राज्य में 18,381 स्मार्ट क्लास और 880 आईसीटी लैब का भी उद्घाटन किया।

कर्म और व्यक्तित्व से भी आदर्श…

सीएम योगी ने कहा कि एक शिक्षक को अपने कर्म और व्यक्तित्व से भी आदर्श दिखना चाहिए। जब आप एक शिक्षक के रूप में स्कूल पहुंचते हैं तो आपकी कुछ जिम्मेदारियां होती हैं। अगर स्कूल नौ बजे खुलना है तो विद्यार्थियों को पौने नौ बजे तक स्कूल पहुंचना होगा और शिक्षकों को उससे आधा घंटा पहले स्कूल पहुंचना होगा। शिक्षकों को 15 मिनट पहले पहुंचना प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी है। जब आप यह दृष्टिकोण तय कर लेंगे तब आप स्कूल के बारे में सोच सकेंगे।

कर्म और व्यक्तित्व से भी आदर्श…

सीएम योगी ने कहा कि एक शिक्षक को अपने कर्म और व्यक्तित्व से भी आदर्श दिखना चाहिए। जब आप एक शिक्षक के रूप में स्कूल पहुंचते हैं तो आपकी कुछ जिम्मेदारियां होती हैं। अगर स्कूल नौ बजे खुलना है तो विद्यार्थियों को पौने नौ बजे तक स्कूल पहुंचना होगा और शिक्षकों को उससे आधा घंटा पहले स्कूल पहुंचना होगा। शिक्षकों को 15 मिनट पहले पहुंचना प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी है। जब आप यह दृष्टिकोण तय कर लेंगे तब आप स्कूल के बारे में सोच सकेंगे।

स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित

मुख्यमंत्री ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही योगी ने प्रतीकात्मक रूप से छह बेसिक शिक्षा एवं छह माध्यमिक शिक्षा शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

वर्तमान पीढ़ी को प्रेरित करने की बड़ी जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने शिक्षक की भूमिका के बारे में स्पष्ट कहा था कि वह राष्ट्र निर्माता हैं। भारत ने अपने शिक्षकों की इस परंपरा को प्राचीन काल से ही मान्यता दी है। समाज में विशिष्ट स्थान दिलाने के लिए सम्मान एवं निष्ठा से कार्य किया। सीएम योगी ने शिक्षकों से कहा कि आपको समाज और राष्ट्र के निर्माता के रूप में अपनी भूमिका को आगे बढ़ाने और वर्तमान पीढ़ी को प्रेरित करने की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। यदि हम समय के अनुसार नहीं चलेंगे तो समय हम सभी को पीछे की ओर धकेल देगा। हम अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर समाज को दिशा दें, इस भूमिका के लिए हम सभी को स्वयं को तैयार करना होगा। हमें दूरदर्शिता के साथ आगे बढ़ना होगा।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू

सीएम ने कहा कोरोना काल के दौरान 2020 में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हुई। अनेक संबंधित कार्यक्रम क्रियान्वित किये गये। खुशी की बात है कि आज इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बेसिक शिक्षा परिषद ने प्राथमिक विद्यालयों में 2.09 लाख टैबलेट वितरित करने का कार्यक्रम शुरू किया है। यानी हर स्कूल को दो-दो टैबलेट मिलेंगे। इनके उपयोग से स्कूलों में नए कंटेंट की जानकारी उपलब्ध होगी और स्कूलों की गतिविधियों से संबंधित जानकारी भी इसके माध्यम से अपलोड करने में मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें- अटल आवासीय विद्यालय में बोले CM योगी, यहां से छात्र निकलेगा तो आत्मनिर्भर होकर