आरयू ब्यूरो,लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘स्वामित्व योजना’ के तहत शनिवार को 11 लाख ग्राम परिवारों को घर का मालिकाना हक दिया है। सीएम योगी ने डिजिटल माध्यम से उनके घर का मालिकाना हक दिलाने वाले दस्तावेज सौंपे। इतना ही नहीं, सीएम योगी ने इस मौके पर ग्राम वासियों को हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं भी दी।
योगी ने कहा, ‘जिन वनटांगिया, थारू, मुसहर आदि जनजातीय लोगों की कोई आवाज नहीं थी, जिनके पास कोई जमीन का टुकड़ा नहीं था, डबल इंजन की भाजपा सरकार ने अभियान चलाकर उन्हें जमीन उपलब्ध करवाने का कार्य बड़े पैमाने पर किया है।’ सीएम ने कहा कि हमें ‘आत्मनिर्भर भारत’ ही नहीं, बल्कि ‘आत्मनिर्भर प्रदेश’ और ‘आत्मनिर्भर जनपद’ भी बनाना होगा। प्रदेश और जनपद को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान गांव और नगर निकायों से होकर आगे बढ़ेगा। ‘आत्मनिर्भर गांव’ के अभियान को भी आगे बढ़ाना होगा।
इतना ही नहीं, सीएम ने कहा कि एक ही जमीन गड़बड़ी करके कई लोगों को बेचने वालों की खैर नहीं। जमीन के दस्तावेज होने से अब बैंक लोन भी आसानी से मिल सकेगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राजस्व विभाग और स्टांप रजिस्ट्रेशन विभाग को मिलकर यह देखना चाहिए कि जो व्यक्ति जमीन बेच रहा है यह जमीन उसके नाम है भी या नहीं। अगर उसके नाम जमीन नहीं है तो ऐसे लोगों को तत्काल पुलिस को सौंप देना चाहिए ताकि पुलिस उन्हें सजा दे सके। स्वामित्व योजना के तहत घरौनी वितरण कार्यक्रम में 11 लाख से अधिक ग्रामीण लोगों को आवासीय अभिलेख उपलब्ध कराए गए।
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बता दें कि घरौनी प्रमाण पत्र मिलने के बाद ग्रामीणों को बैंकों से लोन प्राप्त करना भी आसान हो जाएगा। अन्य आवश्यक सेवाओं को प्राप्त करने में भी घरौनी के दस्तावेज उनके काम आ सकेंगे। स्वामित्व योजना की शुरूआत 24 अप्रैल 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। जिसका लाभ सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी की ग्रामीण जनता को दिला रहे हैं।