आरयू ब्यूरो, लखनऊ। त्रेता में यहां वनों का बड़ा क्षेत्र रहा होगा, लेकिन कटान से वन नष्ट हो गए और पर्यावरण संतुलन बिगड़ गया। मनुष्य का जीवन चक्र वनों पर आधारित है, लेकिन वन काटकर मनुष्य ने स्वयं अपने आस्तित्व पर खतरा पैदा किया है।
उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मंगलवार को चित्रकूट में मानिकपुर के सेहरिन में वैदिक मंत्रों के बीच हरिशंकरी का पौधा रोपकर यूपी में वन महोत्सव का आगाज कर कही। इस मौके पर सीएम योगी ने सेहरिन में कोदंड वन विकसित करने को कहा। कोदंड को सीएम ने राम के धनुष से जोड़ा और कहा कि कामदगिरि भी धनुषाकार है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम को कोटि-कोटि प्रणाम। उन्होंने जनता को बताया कि आज पूरे उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ पौधे रोपे जा रहे हैं, जबकि इस पूरे अभियान में 35 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं। इसी कड़ी में 15 अगस्त को पांच करोड़ पौधे रोपे जाएंगे। बुंदेलखंड में प्राकृतिक व बागवानी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
सीएम ने कहा कि गंगा किनारे वाले जिलों में यह प्रयोग सफल रहा है। इसके अलावा गंगा के कनारे पांच-पांच किमी दायरे में बागवानी तैयार करने की मिशन भी शुरू किया जा रहा है। इसके साथ ही गाय के गोबर व गोमूत्र से कीटनाशक रसायन तैयार करेंगे। इसका प्रयोग भी खेती में होगा।
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उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की पुरातन विधियां हम भूल गए हैं इसलिए जल संकट की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज ग्लोबल वार्मिंग सबसे बड़ी समस्या है। इससे मानव जाति को बचाने के लिए पौधरोपण और प्रकृति की सुरक्षा ही सबसे बड़ा उपाय है। आज वृक्ष मित्र व प्रकृति मित्र बनने की जरूरत है। बारिश के पानी का संरक्षण कर बुंदेलखंड को हरा-भरा करने की बात उन्होंने कही।
बता दें कि आज के कार्यक्रम में सीएम योगी ने 124 करोड़ रुपए की 28 योजनाओं का शिलान्यास और 15 योजनाओं का लोकार्पण करते हुए यह भी कहा कि गोस्वामी तुलसीदास व महर्षि वाल्मीकि की धरती में धार्मिक व पर्यटन विकास में कोताही नहीं होगी। धर्मनगरी चित्रकूट के टाइगर रिजर्व क्षेत्र से टाइगर दहाड़ेगा तो भगवान श्रीराम का संदेश पूरे विश्व में जाएगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में घर-घर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। बुंदेलखंड को हवाई मार्ग और एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया गया है।