आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ अभियान चलाने के लाख दावे करें, लेकिन यह बात भी सच है सूबे की राजधानी में आज भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विभाग की छवि धूमिल करने वाला अवैध निर्माण-प्लॉटिंग का धंधा तेजी से फल-फूल रहा है। इस बात की पुष्टि कमिश्नर रोशन जैकब की छापेमारी में भी आज एक बार फिर हुई है। जोन दो में बड़ी संख्या में अवैध प्लॉटिंग मिलने पर कमिश्नर ने सख्त कदम उठाया है।
मंडलायुक्त ने अवैध प्लॉटिंग की मंडी के लिए जिम्मेदार अफसरों को फटकार लगाते हुए पूर्व में हटाए जाने के बाद फिर से जोन दो में ही पोस्टिंग पाने वाले चर्चित जेई भरत पांडेय व करीब महीनेभर पहले जोन दो की कमान संभालने वाले जोनल अफसर शशि भूषण पाठक के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही रोशन जैकब ने अवैध प्लॉटिंग करने वाले डेवलपर्स के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा है। कमिश्नर की इस सख्त कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।
एक-दो नहीं, कई डेवलपर्स करते मिले अवैध प्लॉटिंग
रोशन जैकब ने मीडिया को बताया है कि उन्हें लगातार अवैध प्लॉटिंग किए जाने की शिकायत मिल रही थीं। जिसपर आज वह मोहनलालगंज तहसील के बसंडा गांव और देहवा गांव पहुंचीं थीं, जहां उन्हें स्पर्श मेगा सिटी, सार्थक सिटी व सिमराह सिटी सहित कई डेवलर्स अवैध प्लॉटिंग करते मिले। कमिश्नर की छापेमारी में हुए खुलासे ने भारी-भरकम अफसरों की फौज अपने अंदर समेटने वाले एलडीए की कार्यप्रणाली की भी पोल खोल दी है।
यह भी पढ़ें- कमिश्नर की सख्ती पर जागे LDA के अफसर, अवैध निर्माण की ठेकेदारी व लापरवाही मामले में 16 इंजीनियरों पर कार्रवाई, मचा हड़कंप
एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव व अन्य के साथ छापेमारी के लिए पहुंची कमिश्नर को मौके पर बड़ी संख्या में अवैध प्लॉटिंग मिलने पर उन्होंने भी एलडीए की कार्यप्रणाली के प्रति नाराजगी की। साथ ही कमिश्नर ने कहा कि अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कार्यवाही में लापरवाही व शिथिलता जोनल अधिकारी व क्षेत्र में तैनात जेई भरत पांडेय ने की है।
तत्काल आरोप पत्र जारी कर कराएं निलंबित
इतना ही नहीं रोशन जैकब ने इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए एलडीए के वरिष्ठ अफसरों को जोनल अधिकारी शशि भूषण पाठक व जेई भारत पांडे के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने के साथ ही तत्काल शासन को पत्र भेजते हुए जोनल अफसर व जेई को सस्पेंड कराने के निर्देश दिए। हालांकि सरकारी अवकाश होने के चलते शाम तक एलडीए से आरोप पत्र जारी नहीं किया जा सका था।
यह भी पढ़ें- अब सैटेलाइट इमेज के सहारे अवैध निर्माण व उसके ठेकेदारों पर शिकंजा कसने की कोशिश करेगा LDA, पहले हो चुका कई बार फेल
डेवलपर्स के खिलाफ भी दर्ज हो मुकदमा
वहीं निरीक्षण के दौरान मंडलयुक्त ने संबंधित उपस्थित अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अवैध प्लाटिंग करने वाले स्पर्श मेगा सिटी, सार्थक सिटी व सिमराह सिटी सहित अन्य डेवलपर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए उन्हें जेल भिजवाएं। जिससे कि इस तरह के मामलों पर लगाम लगे।
अवैध प्लॉटिंग व सरकारी जमीन पर कब्जा कराने वाले अफसरों की नहीं खैर
इसके अलावा अवैध निर्माण-प्लॉटिंग की ठेकेदारी करने वाले व बढ़ावा देने वाले एलडीए के अफसरों व अभियंताओं को भी कमिश्नर ने सुधरने की चेतावनी दी है। रोशन जैकब ने कहा कि अवैध प्लाटिंग व सरकारी भूमि में प्लाटिंग करने वालों को अगर किसी भी अधिकारी की संरक्षण दिए जाने की शिकायत मिली तो संबंधित अफसर के खिलाफ भी कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों पर भरत को पूर्व वीसी ने किया था जोन दो से बाहर
बताते चलें कि शासनादेश के खिलाफ पिछले कई सालों से जेई भरत पांडेय प्रवर्तन में ही तैनात हैं। पूर्व में अवैध प्लॉटिंग व निर्माण को संरक्षण देने की कई शिकायतें मिलने पर तत्कालिक वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने भरत को प्रवर्तन जोन दो से हटा दिया था। हटाने के कुछ महीने बाद इंद्रमणि त्रिपाठी का एलडीए से तबादला हो गया। जिसके बाद एक भरत पांडेय व कुछ अन्य इंजीनियर शिकायतों पर जहांं से हटाए गए थें वहीं फिर से अपनी पोस्टिंंग कराने में सफल हो गए।
यह भी पढ़ें- अफसरों को बहलाकर अब एक जगह लंबे समय तक अवैध निर्माण नहीं करा पाएंगे प्राधिकरण के इंजीनियर
इंजीनियरों की री-पोस्टिंग के लिए वीसी तक को किया गुमराह!
सूत्रों की मानें तो सालों से ही एक ही जगह जमे जुगाड़ वाले इंजीनियरों को इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा काफी प्रयासों के बाद हटाया गया था। वहीं उनके जाते ही प्राधिकरण के ही कुछ अफसर-कर्मियों ने चर्चित इंजीनियरों को वापस उनकी जगह (करप्शन का होम ग्राउंड) पहंचाने के लिए तिकड़म लगाना शुरू कर दिया था। वीसी प्रथमेश कुमार के चार्ज संभालने के कुछ समय बाद ही वह अपने मकसद में सफल भी हो गए, जिसका नतीजा रहा कि जनहित व कार्यहित का हवाला देकर जिन शातिर इंजीनियरों को हटाया गया था वह एक बार फिर अपनी जगह पहुंच गए। ऐसे में अब वीसी को भी अपने आसपास जमा गुमराह करने वालों को पहचान कर दूर करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।