खुद को LDA का बड़े बाबू बताकर दस लाख रुपए ठगने वाला SSP के “ऑपरेशन 420” में फंसा

ऑपरेशन 420
पुलिस के शिकंजे में एलडीए का फर्जी बड़ा बाबू।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या द्वारा लगाए गए भ्रष्‍टाचार के गंभीर आरोपों के बाद से लगातार सुर्खियों में छाए लखनऊ विकास प्राधिकरण से ठगी से जुड़ा एक मामला गुरुवार को फिर सामने आया है। राजधानी लखनऊ में ठगी करने वालों के खिलाफ एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन 420” के तहत गुरुवार को कैसरबाग पुलिस ने खुद को एलडीए का बड़े बाबू बताकर करीब दस लाख रुपए की ठगी करने वाले अमीनउल्‍लाह को धर दबोचा है।

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अमीनउल्‍लाह का न सिर्फ एलडीए में उठना-बैठना था, बल्कि वो खुद को लोगों के बीच एलडीए का ही बड़े बाबू बताता था। इसी बात के झांसे में लेकर उसने हुसैनगंज के छितवापुरा निवासी अब्‍दुल्‍लाह सिद्दीकी को एलडीए का प्‍लॉट दिलाने के नाम पर लगभग दस लाख रुपए ठग लिए थे।

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इंस्‍पेक्‍टर कैसरबाग के मुताबिक हुसैनगंज आइना बाग निवासी अमीनउल्‍लाह ने अब्‍दुल्‍लाह सिद्दीकी को झांसे में लेने के साथ ही कई किश्‍तों में उससे करीब दस लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी। पैसा लेने के बाद अमीनउल्‍लाह न एलडीए का प्‍लॉट दिला रहा था और न ही मांगने पर अब्दुल्‍लाह के पैसे वापस कर रहा था।

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जिससे परेशान होकर बीती 28 अगस्‍त को पीड़ित ने उसके खिलाफ कैसरबाग कोतवाली में भदवि की धारा 406, 420, 504 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। आज एसएसपी के “ऑपरेशन 420” के तहत खोजबीन में लगी पुलिस को अमीनउल्‍लाह की लोकेशन सआदत अली मकबरा गेट के पास मिली थी, जिसके बाद उसे धर दबोचा गया।

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वहीं मामले की विवेचना कर रहे चाइना बाजार चौकी इंचार्ज अनिल सिंह तोमर ने बताया कि अमीनउल्‍लाह खुद को एलडीए का बाबू बताकर ठगी करता था, लेकिन मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच की तो पता चला कि इस नाम का कोई बाबू एलडीए में नहीं है। हालांकि ये बात जरूर सामने आयी है कि एलडीए में अमीनउल्‍लाह उठना-बैठना था, जिसके चलते लोग उसे एलडीए में देखकर उसकी बात को सच मान लेते थे। संभावना है कि अमीनउल्‍लाह के साथ एलडीए के भी कर्मचारी ठगी में शामिल हो सकते हैं। मामले की जांच की जा रही है, जो भी लोग ठगी करने में पाए जाएंगे उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा।

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