आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पांच सौ हजार रुपए के पुराने नोटों को रद्दी बनाने वाली नोटबंदी की चौथी वर्षगांठ पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यप्रणली व नोटबंदी को लेकर उसकी मंशा पर सवाल उठाएं हैं।
लखनऊ स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गयी नोटबंदी देश की 125 करोड़ जनता, गरीब, किसान, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं की आकांक्षाओं, इच्छाओं और उनके भविष्य के साथ विश्वासघात व संगठित लूट थी।
जानकारी देते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि आज देशभर में कांग्रेस नोटबंदी को लेकर ‘विश्वासघात दिवस’ मना रही है। नोटबंदी विश्वासघात था मोदी जी और उनकी सरकार का भारत की जनता के साथ, अर्थव्यवस्था के साथ और भारत की सुरक्षा के साथ। हमला जारी रखते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि नोटबंदी एक संगठित और वैधानिक लूट थी जिससे देश की 125 करोड़ जनता की कमर टूट गयी। अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी।
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कांग्रेस नेता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक झटके में की गयी नोटबंदी से प्रधानमंत्री मोदी के कुछ पूंजीपति मित्रों और भाजपा को ही फायदा पहुंचा। पूर्व सांसद ने नोटबंदी के समय राज्यसभा में दिये गये अपने भाषण को उद्धृत करते हुए कहा कि यह देश की जनता के साथ संगठित लूट थी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे वैधानिक लूट करार दिया था।
प्रधानमंत्री को मांगनी चाहिए जनता से माफी
उन्होंने पीएम मोदी द्वारा गोवा के मोपा एयरपोर्ट का शिलान्यास करते हुए दिये गये भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी जी ने कहा था कि मेरे देशवासियों मुझे 50 दिन दे दो, बेनामी सम्पत्ति, भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद और नक्सलवाद की पूर्ण समाप्ति के लिए नोटबंदी अतिआवश्यक है आप लोगों को जो पीड़ा और कष्ट इस दौरान झेलना पड़ रहा है, सारी स्थिति इन 50 दिनों में सुधर जाएगी। यदि मेरे अंदर कोई कमी रह जाए, गलती निकल जाए, कोई मेरा गलत इरादा निकल जाए, यदि हालात न सुधरे तो आप जिस चौराहे पर खड़ा करेंगे, मैं खड़ा होकर देश की जनता की सजा स्वीकार करूंगा। प्रमोद तिवारी ने आगे कहा कि आज कांग्रेस मोदी जी को याद दिला रही है कि 50 दिन तो छोड़ दीजिए, चार साल बीत गये हैं देश की अर्थव्यवस्था रसातल में है, प्रधानमंत्री मोदी को देश की जनता से नोटबंदी के लिए माफी मांगनी चाहिए।