आरयू वेब टीम।
संसद के शीतकालीन सत्र में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में पीएम मोदी की कथित टिप्पणी को लेकर आज भी लोकसभा और राज्यसभा के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों की ओर से राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया गया था। बाद में राज्यसभा की कार्यवाही 27 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में भी आज पूर्व प्रधानमंत्री पर प्रधानमंत्री की कथित टिप्पणी को लेकर माफी की मांग कर रहे कांग्रेस के सांसदों ने सदन में नारेबाजी की। साथ ही, अपनी बात रखने की अनुमति नहीं दिए जाने पर सदन से वॉकआउट किया। हंगामे को देखते हुए अब राज्यसभा की कार्यवाही को 27 दिसंबर सुबह 11 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। सप्ताहांत के कारण 23-24 दिसंबर को बैठक नहीं होगी जबकि 25 दिसंबर को क्रिसमस के कारण अवकाश रहेगा। 26 दिसंबर को सदन की बैठक नहीं होने का निर्णय पहले ही किया जा चुका था।
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मालूम हो कि 15 दिसंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में मनमोहन सिंह के खिलाफ प्रधानमंत्री की कथित टिप्पणी को लेकर उच्च सदन में गतिरोध बना हुआ है। कांग्रेस इस मुद्दे पर पहले प्रधानमंत्री मोदी से माफी की मांग कर रही थी। हांलाकि माहौल को देखते हुए बाद में उसने अपने रूख में कुछ नरमी लाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर सदन में आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए, क्योंकि मनमोहन भी उच्च सदन के सदस्य हैं। हालांकि बीते मंगलवार को सदन की कार्यवाही सामान्य ढंग से चली तथा चर्चा के बाद दो विधेयकों को पारित भी किया गया।
बता दें कि गुजरात के पालनपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान राज्य के विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। साथ ही मोदी ने यह दावा किया कि कुछ पाकिस्तानी अफसर और मनमोहन सिंह ने 6 दिसंबर को मणिशंकर अय्यर के घर पर डिनर के दौरान एक सीक्रेट मीटिंग की थी, जिसके बाद से कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री से मनमोहन सिंह से माफी मांग ने की मांग कर रही है।