कोरोनाकाल में जनता से सीधे जुड़ी समस्‍या को लेकर मायावती की मांग, सरकारें शाही खर्च में कटौती कर भरें स्‍कूलों की फीस

मायावती
फाइल फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कोरोना वायरस के चलते आर्थिक तंगी की मार झेल रहे अभिभावक लगातार स्‍कूल फीस माफ करने की लगातार मांग कर रहें हैं। वहीं शनिवार को बच्‍चों की फीस के लिए परेशान हाल जनता को बसपा सुप्रीमो मायावती का साथ मिला है। मायावती ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए कहा है कि केंद्र व राज्‍य सरकारें अपने शाही खर्चों में कटौती कर प्राइवेट व सरकारी स्‍कूलों की फीस भरे। मायावती की इस मांग को लेकर अगर केंद्र की मोदी सरकार व यूपी समेत अन्‍य राज्‍यों की सरकारों ने ध्‍यान दिया तो बच्‍चों की फीस के लिए परेशान हो रहे देशभर के अभिभावकों को काफी राहत मिल जाएगी।

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बसपा सुप्रीमो ने आज वर्तमान हाल को लेकर ट्विट करते हुए कहा कि ऐसे ’एक्ट आफ गॉड’ के समय में संवैधानिक मंशा के अनुरूप सरकार को कल्याणकारी राज्य होने की भूमिका खास तौर से काफी बढ़ जाती है। केंद्र व राज्य सरकारें अपने शाही खर्चे में कटौती करके सरकारी व प्राइवेट स्कूल फीस की प्रतिपूर्ति करें अर्थात व्यापक जनहित में बच्चों की स्कूल फीस माफ करें।

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डंडे खाने पड़ रहें, जो अति दुखद

वहीं अपने एक अन्‍य ट्विट में बसपा सुप्रीमो ने फीस माफी के लिए –प्रदर्शन करने वाले लोगों पर लाठीचार्ज को लेकर नाराजगी जाहिर की है। कोरोना लॉकडाउन से संक्रमित देश की आर्थिक मन्दी से भीषण मायावती ने कहा कि बेरोजगारी व जीवन में अभूतपूर्व संकट झेल रहे करोड़ों लोगों के सामने बच्चों के फीस जमा करने की समस्या संगीन होकर अब धरना-प्रदर्शन आदि के रूप में सामने आयी है व उन्हें पुलिस के डंडे खाने पड़ रहे हैं, जो अति दुखद है।

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