आरयू वेब टीम। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में कोरोना वायरस फैलने के मामले में मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल सरकार के अनुरोध के बाद मौलाना साद व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई आइपीसी की धारा 269, 270, 271, 120 बी के तहत की है।
मुकदमा दर्ज होने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर निजामुद्दीन मरकज के प्रति सख्त रुख अख्तियार करते हुए मीडिया से कहा कि दिल्ली सरकार ने निजामुद्दीन मरकज मामले में मुकदमा दर्ज करने के लिए कल शाम ही एलजी साहब को पत्र लिखा था मुझे पूरी उम्मीद है कि वह इस मामले में जल्द ही आदेश देंगे।
अब तक दिल्ली में सामने आएं 97 मामले
सीएम केजरीवाल ने मंगलवार की शाम मीडिया को बताया कि अभी तक दिल्ली में कोरोना वायरस के 97 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 24 मामले निजामुद्दीन मरकज के हैं।
दस का नहीं चल सका पता
97 मामलों में से 41 ने विदेश की यात्रा की है और 22 विदेशी यात्रियों के परिवार के सदस्य हैं। वहीं दस मामलों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
कराई जा रही जांच
केजरीवाल अब तक 1548 लोगों को मरकज से बाहर निकला गया, उनमें से 441 लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण लग रहे थे। सभी को फिलहाल अस्पतालों में भर्ती कराने के साथ ही कोरोना वायरस के टेस्ट कराये जा रहें हैं। जबकि 1107 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया, क्योंकि इनमें लक्षण नहीं पाए गए।
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लापरवाही मिली तो अधिकारी पर भी होगी कार्रवाई
वहीं मकरज के लोगों द्वारा अधिकारियों को सूचना दिए जाने के बावजूद भीड़ को हटाने का प्रबंध नहीं किए जाने की बात केजरीवाल ने कहा कि अगर इस मामले में किसी अधिकारी की ओर से कोई लापरवाही पाई गई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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आप विधायक ने सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस पर उठाया सवाल
वहीं केजरीवाल के इस बयान से पहले आज आप के विधायक अमानातुल्लाह खान ने मरकज मामले को लेकर एक बड़ी बात कही थी। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिएर इस मामले के लिए सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाया था। आप विधायक ने ट्विट कर कहा था कि उन्होंने 23 मार्च की रात रात 12 बजे डीसीपी साउथ ईस्ट और एसीपी निजामुद्दीन को बता दिया था कि निजामुद्दीन मरकज में 1000 के आसपास लोग फसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतजाम क्यों नही किया।