आरयू ब्यूरो, लखनऊ। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) 2019 में रविवार को असली अभ्यर्थियों की जगह पेपर दे रहे सॉल्वर गैंग के सदस्यों समेत यूपीएसटीएफ की टीम ने दस लोगों को मुरादाबाद जिले के अलग-अलग सेंटरों व उसके बाहर से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए गैंग के सरगना ने पांच सॉल्वरों को बिहार से बुलाया था। पांचों को कुल ढाई लाख रुपए दिए जाने थे, जिसमें से आज ही एक अभ्यर्थी ने 50 हजार रुपए सॉल्वर गैंग को दिए थे। बाकि के पैसे आंसर कि घोषित होने के बाद दिए जाने थे। एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए दस आरोपितों के पास से 62 हजार नकद के अलावा कार, बाइक, मोबाइल व कई फर्जी कागजात बरामद किए हैं।
एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार इनकी हुई गिरफ्तारी-
- नाजिम हुसैन पुत्र ताहिर हुसैन, निवासी सुंदरनगर, थाना ठाकुर द्वारा,जनपद मुरादाबाद।
- दानिश पुत्र नवाब, निवासी सुंदरनगर नगर, थाना ठाकुर द्वारा,जनपद मुरादाबाद।
- विपिन कुमार पुत्र हेम सिंह, निवासी कोट पश्चिमी, थाना हसनपुर,जनपद अमरोहा।
- राजकुमार कश्यप पुत्र ओमप्रकाश, निवासी हाकमपुर, थाना हसनपुर, जनपद अमरोहा।
- विक्की कुमार पुत्र मनोज कुमार, निवासी राम किशन ककंड़बाग के पास थाना राम कृष्ण नगर, पटना, बिहार।
- सुशांत सहगल पुत्र संजय कुमार, निवासी पून्हा, थाना रहोई, जनपद नालंदा, बिहार।
- मुकेश पुत्र शिव पंडित, निवासी जानपुर, थाना भदौर, पटना बिहार।
- चंदन आनंद पुत्र मिथलेश सिंह, निवासी मोहम्मदपुर, नालंदा, बिहार।
- मणि पुत्र अनिल प्रसाद, निवासी पैन, थाना सिकपुरा, जनपद सिकपुरा बिहार।
- चंदन पुत्र विनोद महतो निवासी वाड, थाना वाड, पटना बिहार।
नकद समेत यह सामान हुए बरामद-
- 62 हजार रुपए कैश।
- स्विफ्ट डिजायर कार।
- पल्सर बाइक।
- दस मोबाइल फोन।
- चार आधार कार्ड।
- छह पैन कार्ड।
- दो निर्वाचन पहचान पत्र।
- आठ बैंक एटीएम।
- दो बैंक की चेकबुक, चार स्कूल आइडी व दो डीएल।
इन जगाहों से हुई दस आरोपितों की गिरफ्तारी-
हिंदू कॉलेज, मैथोडिस गर्ल्स इंटर कालेज, आर.आर.के, वेदराम कालेज, व सरस्वती विद्या मंदिर, गुलाब बाड़ी जनपद- मुरादाबाद।
ऐसे काम कर रहा था सॉल्वर गैंग
गिरफ्तारी के बाद की गयी एसटीएफ की छानबीन में सामने आया है कि पकडे़ गए सॉल्वर गैंग के सदस्यों ने फार्जी आधार कार्ड बनवाए थे। साथ ही असली परीक्षार्थी के आधार कार्ड पर अपनी फोटो लगाकर परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने पहुंचे थे।
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आरोपितों ने एसटीएफ को यह भी बताया कि जो सॉल्वर बुलाता है उसका फर्जी पैन कार्ड जिस परीक्षार्थी के स्थान पर बैठते हैं उसके नाम से तैयारकर उस पर सॉल्वर का फोटो लगा देते हैं ऐसे परीक्षार्थी फार्म भरने के समय से ही हम लोगों के संपर्क में रहते हैं, उस समय इनका धुंधला फोटो फार्म पर लगाते हैं, जिससे परीक्षा के समय आसानी से पकड़े न जा सके। सचिन इससे पूर्व भी परीक्षा कराने के संबंध में जेल जा चुका है।
पकड़े गए सभी दस आरोपितों को एसटीएफ ने परीक्षा सेंटर से संबंधित कोतवाली को सौंप दिया है। जहां उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
डीजीपी ने कहा था रहें सतर्क
एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार आज आयोजित होने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) 2019 में किसी प्रकार की अनियमितता न हो इसके लिए डीजीपी ओपी सिंह ने आइजी एसटीएफ अमिताभ यश को पहले ही निर्देश दिए थे।
ऐसे हुई गिरफ्तारियां
आइजी एसटीएफ के निर्देश पर एसएसपी एसटीएफ राजीव नारायण मिश्र ने लखनऊ एसटीएफ टीम के एएसपी सत्यसेन यादव को टीम बनाकर कर कार्रवाई करने के लिए कहा था। इसी क्रम में आज सत्यसेन यादव की टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि सॉल्वर गैंग के नाजीम, दानिश, विपिन व सचिन ने बिहार से सॉल्वर बुलाए हैं, जो मुरादाबाद के विभिन्न सेंटरों मे परीक्षा देगें। वहीं मुखबिर की सूचना पर फास्ट हुई एसटीएफ की टीम ने मुराबाद पुलिस की सहायता से हिंदू कालेज के पास से नाजिम, दानिश व राजकुमार कश्यप को धर दबोचा।
एसटीएफ की कड़ाई के सामने फौरन ही पकड़े गए आरोपितों ने मुंह खोल दिया। तीनों ने एसटीएफ को बताया कि हिंदू कॉलेज के अंदर राजकुमार की जगह शुशांत, जबकि इंद्रपाल के स्थान पर सॉल्वर गैंग का सदस्य विक्की कुमार परीक्षा दे रहा है।
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जबकि आरआरके स्कूल में अनूज के स्थान पर मुकेश, आशोक कुमार के स्थान पर चंदन आनंद परीक्षा दे रहा है। इसके अलावा मुरादाबाद के पाक बाड़ा थाना क्षेत्र के वेदराम इंटर कालेज में सुभाष के स्थान पर राजमणि व कटघर थाना क्षेत्र में सरस्वती विद्या मंदिर गुलाब बाड़ी में दिनेश के स्थान पर चंदन परीक्षा दे रहे हैं। सूचना मिलने के बाद फौरन ही एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस के साथ अलग-अलग सेंटरों पर छापेमारी कर बताए गए सॉल्वरों को परीक्षा देते हुए धर दबोचा।
एएसपी सत्यसेन यादव के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त नाजिम, दानिश व विपिन ने बताया कि उन्होंने सचिन के साथ मिलकर ढाई लाख रुपए में इंद्रपाल, राजकुमार, अनूज, अशोक कुमार, सुभाष व दिनेश से परीक्षा देना तय किया था।
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राजकुमार ने आज ही 50 हजार रुपए नाजिम को दिए थे, अन्य लोगों ने शेष पैसा सचिन को दिया था, जो आज एसटीएफ की छापेमारी की भनक पाकर मौके से फरार हो गया है। सचिन ने सॉल्वर बिहार से मंगवाये थे। सचिन साल 2018 में भी बिहार के सॉल्वर गैंग के साथ मुरादाबाद में पकड़ें जाने के बाद जेल भेजा गया था। फिलहाल एसटीएफ की टीमें साचिन की गिरफ्तारी के लिए लगाई गयीं हैं।