आरयू वेब टीम। राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उपद्रव में घायल हुए पुलिसकर्मियों का हालचाल जानने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज उत्तरी दिल्ली के दो अस्पतालों का दौरा किया।
इस दौरान गृह मंत्री ने घायल पुलिसकर्मियों से हालचाल लेने के बाद उनको सांत्वना देने के साथ ही उनकी हौसला अफजाई भी की। सबसे पहले अमित शाह ने सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों से मुलाकात की
बता दें कि उपद्रव में घायल सभी पुलिस कर्मियों को लाल बहादुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिनमें से कुछ पुलिस कर्मियों को उपचार के बाद छ्ट्टी दे दी गई थी व कुछ पुलिस कर्मियों को भर्ती किया गया था। वहीं पश्चिमी क्षेत्र की ज्वाइंट सीपी शालिनी सिंह भी बुधवार को उपद्रव में घायल पुलिस कर्मियों का हाल लेने के लिये पहुंची उन्होंने घायल पुलिस कर्मियों से उनकी तबीयत पूछी व उनसे बात कर उनका हौसला बढ़ाया उन्होने पुलिसकर्मियों के द्वारा ऐसे आपात समय में भी संयम बरतने पर उनकी प्रशंसा भी की।
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दोनों पुलिस अधिकारियों के अपने जिलों में उपद्रव के दौरान घायल पुलिस कर्मियों का हाल जानने के लिये पहुंचने से घायल पुलिस कर्मियों को राहत मिली। शालिनी सिंह ने कहा कि यह दुर्भागय पूर्ण है पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाले दोषियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया है कि मंगलवार को हुई हिंसा में 394 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिनमें 12 पुलिसकर्मी आईसीयू में भर्ती है। पुलिस का कहना है कि किसान नेताओं की आड़ में जिस तरह उपद्रवियों ने हिंसा की है उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय अमित शाह ने आईबी चीफ, दिल्ली सिटी के साथ बैठक की जिसके बाद उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किए गए। जारी निर्देश के साथ दिल्ली को 31 जनवरी तक अलर्ट मोड पर रखा गया है और सुरक्षा कारणों से कई रूट बंद कर दिए गए हैं।