आरयू ब्यूरो, लखनऊ। दिवाली के बाद से ही देश में कई बड़े शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में सबसे पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश का वृंदावन है, जहां पर एक्यूआई 477 रिकॉर्ड किया गया। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप-5 में सभी पांचों शहर उत्तर प्रदेश के हैं, वहीं टॉप 10 में उत्तर प्रदेश के आठ शहर शामिल हैं।
देश के सबसे प्रदूषित शहरों में उत्तर प्रदेश का वृंदावन पहले स्थान पर है। वृंदावन का एक्यूआई आज सोमवार को 477 रिकॉर्ड किया गया, वहीं दूसरे स्थान पर आगरा (469), तीसरे स्थान पर गाजियाबाद (432), चौथे पर कानपुर (430) और पांचवें पर हापुड़ (422) रहे। इसके बाद क्रमश: बागपत (415), जींद (415), बल्लभगढ़ (414), नोएडा (407) और बुलंदशहर (406) भी टॉप-10 में शामिल हैं। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के आठ शहर शामिल हैं, जबकि शेष दो शहर हरियाणा के हैं।
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मीडिया से बात करते हुए यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार और शुक्रवार की मध्य रात्रि के दौरान प्रदूषण के स्तर में वृद्धि अधिक थी। उन्होंने कहा दिवाली में पटाखा जलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। शुक्रवार को दिन के दौरान हवा की गति तेज होने और प्रदूषण को कम करने के उपाय अपनाए जाने के बाद स्थिति बेहतर हुई है।
विशेषज्ञों ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों में पार्टिकुलेट मैटर 2.5 और दस प्रमुख वायु प्रदूषक हैं जो दिवाली के दौरान होने वाली मानव गतिविधि में वृद्धि के कारण हो सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि पुतले जलाने से हवा की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है लेकिन प्रभाव स्थानीय होता है।